धन्य पिता भगीरथ, 04 बेटियां और 01 बेटा सहित 05 सगे भाई-बहन बने जज

05 सगे भाई-बहन बने जज : यह कहानी है एक साधारण से परिवार की, जिसका मुखिया है भगीरथ मीणा, जो कि राजस्थान के अलवर जिले…

05 सगे भाई-बहन बने जज

05 सगे भाई-बहन बने जज : यह कहानी है एक साधारण से परिवार की, जिसका मुखिया है भगीरथ मीणा, जो कि राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाला है। यह परिवार इन दिनों खासी चर्चा में है। ऐसा हो भी क्यों ना, क्योंकि इस परिवार के 05 सदस्य जज बन गये हैं।

पता नहीं हमने अपने पाठकों के समक्ष कितनी Success Story प्रकाशित की है, लेकिन यह इसमें सबसे अलग है। बता दें कि यहां अलवर जनपद में एक ऐसा परिवार मीडिया की सुर्खिया बना है। इस परिवार के 05 सदस्य जज हैं। खास बात तो यह है कि यह 05 सगे भाई-बहन हैं। दावों पर यदि सीएनई यकीन करे तो यह शायद देश का पहला ऐसा पहला मामला है, जब 05 सगे भाई-बहन अलग-अलग अदालतों में जज बनकर फैसले सुना रहे हैं। Note : खबर विज्ञापन के बाद जारी है

बता दें कि जज परिवार की यह कहानी न केवल प्रेरणादायी है, बल्कि काफी रोचक भी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन 05 जजों के माता-पिता होने का सौभाग्य अलवर शहर के नया बास निवासी भागीरथ मीणा और कमलेश को प्राप्त हो पाया है। धन्य हों ऐसे माता-पिता जिनके बच्चे इतना बड़ा कीर्तिमान स्थापित किए हों।

इन 05 जज बच्चों के पिता भगीरथ मीणा ने एक साक्षात्कार में बताया है कि उनकी 05 बेटियां और 02 बेटे हैं। इनमें से 04 बेटियां और 01 बेटा जज बन चुका है। मीणा ने बताया कि सभी बच्चों की परवरिश पर उन्होंने आर्थिक अभाव के बावजूद कोई कमी नहीं की। बताया कि उनका एक बेटा खलेश अभी वकालत की पढ़ाई कर रहा है, जबकि बिटिया दुर्गेश पंजाब के सिंध बैंक में पीओ है।

कभी नहीं की कोचिंग, फिर भी रहे सफल

05 सगे भाई-बहन बने जज : सबसे अहम बात यह है कि जज बनने वाले इन भाई-बहनों ने हमेशा होम स्टडी की है। दावा है कि इन्होंने कोई कोचिंग नहीं की। पिता भागीरथ का कहना है कि उन्होंने लड़का-लड़की में कभी भेदभाव नहीं किया है। बताया कि बच्चों ने कभी कोई कोचिंग भी नहीं की। जो लोग यह समझते हैं कि बिना कोचिंग के कुछ नहीं हो सकता। उनकी यह धारणा गलत है।

यहां पोस्टेड हैं यह जज भाई-बहन

नंबर 01 – कामाक्षी मीणा: राजस्थान में जयपुर के सांगानेर में सिविल जज

नंबर 2 – मीनाक्षी मीणा: दिल्ली में सिविल जज

नंबर 3 – मोहिनी मीणा: दिल्ली में सिविल जज

नंबर 4 – सुमन मीणा: राजस्थान के चौमू में सिविल जज

नंबर 5 – निधीश मीणा: दिल्ली के द्वारका कोर्ट में सिविल जज

पिता भागीरथ के बारे में भी जान लीजिए

इन प्रतिभाशील बच्चों के भाग्यशाली पिता भागीरथ मीणा सार्वजनिक उद्योग विभाग में डिप्टी डायरेक्टर पद से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने नौकरी से किन्हीं कारणों से वीआरएस लिया था। एक समाजसेवी के रूप में उनकी इलाके में पहचान है।

जानिए, कहां हुई 07 भाई-बहनों की शिक्षा

  1. Kamakshi Meena LLB from NLU Patiala Punjab and LLM from University of Delhi
  2. Meenakshi Meena LLB from NLU Jaipur Rajasthan and LLM from NLU Bangalore
  3. Mohini Meena LLB from NLU Patiala Punjab and LLM from University of Delhi
  4. Suman Meena LLB from NLU Patiala Punjab and LLM from University of Delhi
  5. Nidish Meena BA Hons, LLB from NLU Gandhinagar Gujarat
  6. Durgesh Meena B.Tech Electronics Third year student at Khalesh Meena National Law University Jodhpur
  7. Khalesh Meena Third year student at National Law University, Jodhpur

बड़ी बहन ने दी इतनी बड़ी प्रेरणा

बताना चाहेंगे कि सौभाग्यशाली पिता भागीरथ मीणा के परिवार में बेटी कामाक्षी सबसे पहले जज बनी थी। इसके बाद 01 भाई व 03 छोटी बहनें भी न्यायिक सेवा परीक्षा पास करके जज बन गये। साल 2016 में कामाक्षी मीणा, साल 2019 में निधिश मीणा, साल 2020 में सुमन मीणा, हाल ही साल 2023 में मीनाक्षी मीणा व मोहिनी मीणा का न्‍यायिक सेवा में चयन हुआ है। वहीं, छोटा भाई खलेश भी बड़े भाई-बहनों की तरह जज बनना चाहते हैं। सीएनई परिवार की शुभकामना इस परिवार के साथ है।

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