मोटाहल्दू। गौला नदी के मोटाहल्दू खनन गेट पर आन लाअन रायल्टी न कट पाने के कारण कल रात को गौला नदी में 169 डंपर गौला में ही रह गए। आज सुबह भी खनन गेट पर तैनात वन निगम के कर्मचारियों ने कनेक्टिविटी न होने की बात कहते हुए पर्चियां नहीं काटी तो सैकड़ों की संख्या में ट्रक आपरेटर गेट पर जमा हो गए। वन निगम के कर्मचारियों ने जब बिना आन लाइन रायल्टी के वाहनों को गेट से बाहर नहीं निकलने देने की बात कही तो खनन कारोबारियों का पारा चढ़ गया और उन्होंने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
फिलहाल मोटाहल्दू गेट पर जमा लगा कर बैठे डंपर मालिक वन विगम के अधिकारियों के मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए। खबर लिखे जाने तक कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। अलबत्ता एसडीओ और तहसीलदार के मौके पर जाने के लिए निकलने की जानकारी मिल रही है।
दरअसल गौला गेट खुले पंद्रह दिन से अधिक समय हो गया है और खनन कारोबारियों का कहना है कि अभी तक एक वाहन पूरे पांच चक्कर भी नहीं लगा सका है। ऐसे में खनन गेट पर तकनीकी गड़बड़ी के कारण रायल्टी जमा नहीं होने से मामला और बिगड़ रहा है। खनन कारोबारियों का कहना है 30 नवंबर को 200 गाड़ियां नदी में ही रह गईं। और कल रात को 169 वाहन रायल्टी की पर्ची न कट पाने के कारण अंदर ही रह गईं।
खनन कारोबारियों का कहना है कि वन निगम को आन लाइन की वैकल्पिक व्यवस्था भी करके रखनी चाहिए ताकि खनन कार्य में बाधा न आए। उन्होंने कहा कि जब तक उच्च अधिकारी मौके पर नहीं आते तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।