विभाग की कुम्भकर्णी नींद ! 45 गांव, 15 हजार से अधिक आबादी, क्षतिग्रस्त विद्युत लाइन, रूके पंप, मची पेयजल की त्राही—त्राही

— लमगड़ा से रमेश मेलकानी की रिपोर्ट — गत 18 अक्टूबर को हुई अतिवृष्टि के बाद विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होने के बाद से लमगड़ा विकासखंड…


— लमगड़ा से रमेश मेलकानी की रिपोर्ट —

गत 18 अक्टूबर को हुई अतिवृष्टि के बाद विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होने के बाद से लमगड़ा विकासखंड का 15 हजार से अधिक का आबादी क्षेत्र के लगभग 45 गांव कपलेश्वर बानड़ी देवी पम्पिग पेयजल योजना के बाधित हो जाने से पेयजल से वंचित हो चुका है। क्षेत्र में पेयजल की त्राही—त्राही मची है और संबंधित महकना चैन की नींद सो रहा है।

इस समस्या को लेकर विभाग उदासीन बना हुआ है। बिजली नहीं होने से पेयजल योजना भी बाधित हो चुकी है। जनता की सुधलेवा कोई नहीं है। इधर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी लमगड़ा के अध्यक्ष दीवान सतवाल ने संबंधित महकमे से तत्काल क्षतिग्रस्त विद्युत लाइन तत्काल दुरूत कराने की मांग की है। ऐसा न होने पर क्षेत्रीय जनता को साथ लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है।

अधिशासी अभियन्ता, विद्युत वितरण खण्ड, अल्मोड़ा को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि लमगड़ा विकासखण्ड के कपलेश्वर बानड़ी देवी पम्पिग पेयजल योजना से 40 से 45 गांव, जिनकी ​आबादी लगभग 15 हजार से अधिक की है, जो वर्तमान समय में एकमात्र इसी योजना के माध्यम से पानी पी पा रहे थे, अब पेयजल से महरूम हैं। गत 18 अक्टूबर की भीषण वर्षा के कारण 11 केवी की विद्युत लाईन जगह-जगह ध्वस्त हो गयी है। जिस कारण पम्प नहीं चल पा रहे हैं, लोग धोड़ो से पानी ढो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आषाड़ माह में गांवों में अत्यधिक कृषि का कार्य होता है। जिस कारण महिलायें काफि परेशान हैं।

एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी विभाग द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि संजीवनी का कार्य कर रही इस योजना का बाधित होना बहुत चिंतनीय पहलू है। विभाग द्वारा इस तरीके की लापरवाही या अनदेखी कतई सहन नहीं की जायेगी। अतिशीघ्र विद्युत लाईन ठीक कर पेयजल योजना दुरूस्त नहीं हो पायी तो क्षेत्रवासियों द्वारा व्यापक आन्दोलन किया जायेगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

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