आक्रोश फूटा: हिरासत में लिये गए दर्जनों समर्थकों समेत पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक, सड़कों की दुर्दशा से निकला गुबार, एनटीडी मेंं चक्काजाम, जबर्दस्त नारेबाजी

अल्मोड़ा, 24 अगस्त। मोटरमार्गों की दुर्दशा को लेकर दबा गुबार आखिरकार सोमवार को सड़क पर जमकर फूटा। पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक अपने दर्जनों समर्थ​कों के…

अल्मोड़ा, 24 अगस्त। मोटरमार्गों की दुर्दशा को लेकर दबा गुबार आखिरकार सोमवार को सड़क पर जमकर फूटा। पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक अपने दर्जनों समर्थ​कों के साथ पूर्वाह्न 11 बजे अल्मोड़ा में एनटीडी चौराहा पर सड़क पर बैठ गए और चक्काजाम कर​ प्रदर्शन किया। वहीं अनसुनी के लिए प्रदेश सरकार और सड़कों के लिए जिम्मेदार महकमों के खिलाफ नारेबाजी की। प्रशासन व पुलिस की ओर से आंदोलनका​रियों को समझाने का प्रयास हुआ, मगर वे सड़कों की दशा सुधारने की मांग पर अड़े रहे। लगभग आधे घंटे के अंदर ही पुलिस ने जाम खोलने के लिए पुलिस ने बलपूर्वक हिरासत में ले लेना शुरू कर दिया। बिट्टू कर्नाटक समेत उनके कई समर्थकों को पुलिस ने जबरन गाड़ी में भरकर ले गई।
तय कार्यक्रम के अनुसार पूर्व मंत्री श्री कर्नाटक अपने समर्थकों के साथ पूर्वाह्न एनटीडी चौराहे पर पहुंचे। जहां 11 बजे सड़क पर ही धरने में बैठ गए और उन्होंने जाम लगा दिया। दो तरफा वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। हालांकि जाम की पूर्व सूचना के मद्देनजर पुलिस ने वाहनों के रूट में हल्का फेरबदल किया था। लिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी। उन्होंने प्रदेश सरकार और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जबर्दस्त गुस्से का इजहार किया। सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से तहसीलदार संजय कोहली, प्रभारी निरीक्षक हरेन्द्र चौधरी, एनटीडी चौकी प्रभारी संतोष देवरानी, लोनिवि के ईई विजय कुमार, एई संजय नयाल, जेई मुकेश रावत व जगदीश सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे। उन्होंने काफी समझाने का प्रयास करते हुए जाम खोलने की बात कही। जब वह नहीं माने तो पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए हिरासत में लेना शुरू कर​ दिया। पुलिस बिट्टू कर्नाटक समेत लगभग दो दर्जन की संख्या में समर्थकों को एक—एक कर वाहन में भरकर ले गई। इस दौरान धक्का—मुक्की भी हुई। इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी समर्थकों ने नारेबाजी की।पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक, पूर्व ब्लाक प्रमुख हरीश बनौला, जितेन्द्र काण्डपाल, मदन मोहन जोशी, भूपेन्द्र शैली, विपिन जोशी, विजय शैली, कृपाल बिष्ट, राकेश बिष्ट, प्रकाश सिंह अधिकारी, प्रदीप सिंह जड़ौत, गिरीश बिष्ट, गोपाल भट्ट, दीपक कुमार, मोहन चन्द्र कर्नाटक, राजेन्द्र तिवारी, रोहित कुमार, अखिल आर्या, पंकज वर्मा, दीपक मेहता, राजेश अल्मियां, गौरव काण्डपाल, ह्रदेश तिवारी, हेम जोशी, गोपाल तिवारी, देवेन्द्र प्रसाद कर्नाटक शामिल हैं। जिन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां बाद में व्यक्तिगत मुचलके पर छोड़ दिया गया। श्री कर्नाटक ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान हुई धक्का—मुक्की के दौरान बल्टा की पूर्व जिला पंचायत सदस्य भावना अधिकारी को सिर में चोट भी आई है।

धरने के दौरान श्री कर्नाटक ने कहा कि तीन महीनों से वे लगातार सड़कों की दयनीय हालातों की तरफ ध्यान खींच रहे हैं और इस संबंध में कई बार ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेज चुके हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का ध्यान खींच चुके हैं। सांकेतिक चक्काजाम और सड़कों के गड्ढों में पौधे रोपकर भी ध्यान खींच चुके हैं। मगर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सड़कों की दशा जस की तस है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद मुख्यमंत्री, शासन व विभागों को कोई सरोकार नहीं रह गया है। यात्री, चालक, बीमार और गर्भवती महिलाएं सभी परेशानी झेल रहे हैं। सड़कें जीर्ण-क्षीण हो चुकी हैं। सरकार की हठधर्मिता और तानाशाही के चलते अब उन्हें मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ा है। सरकार की हठधर्मिता के कारण ही चक्काजाम जैसी स्थिति आन पड़ी है। उन्होंने कहा कि अब सड़कों का सुधारीकरण कार्य शुरू होने पर मानेंगे और इसके लिए 15 दिन का इंतजार किया जाएगा। धरने में देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष दीपेश चंद्र जोशी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य भावना अधिकारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य गीता जोशी, कमला भोज, पुष्पा अधिकारी आदि समेत दर्जनों लोग शामिल हुए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *