दहशत दोबारा : अल्मोड़ा के सामाजिक कार्यकर्ता पांडे के कैमरे में कैद हुआ मोहल्ले में घूमता गुलदार

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ालंबी खामोशी के बाद गुलदार की दहशत एक बार फिर शुरू हो गई है। अबकी बार तल्ला थपलिया में इसकी आवाजाही देखी गई…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
लंबी खामोशी के बाद गुलदार की दहशत एक बार फिर शुरू हो गई है। अबकी बार तल्ला थपलिया में इसकी आवाजाही देखी गई है। सामाजिक कार्यकर्ता संजय पांडे ने स्थानीय निवासी महेंद्र वर्मा की छत पर घूम रहे गुलदार को अपने कैमरे में कैद किया है।

उल्लेखनीय है कि लंबे समय से अल्मोड़ा नगर क्षेत्र के विभिन्न मोहल्लों में गुलदार की आवाजाही ने काफी दहशत फैला दी थी, लेकिन सम्भवत: नवंबर माह से सब खामोश हो गया था। गुलदारों की उपस्थिति की ख़बरें जैसे शून्य हो गई थीं। आम जनता ने इससे राहत की सांस ली थी। समझा जा रहा थी कि अब गुलदार मोहल्लों में नही आ रहे और जंगलों में ही अपना भोजन प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन गत रात्रि पुन: गुलदार भरी बसावत वाले एक मोहल्ले में देखा गया। सामाजिक कार्यकर्ता संजय पांडे ने बताया कि इन दिनों काफी समय से जोशी खोला खोल्टा और तल्ला थपलिया में गुलदार का आतंक छाया हुआ है।

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इस बारे में उन्होंने वन विभाग को सूचित किया था। जिसके बाद जोशी खोला में आज से 2 महीने पहले एक पिंजरा लगाया था, पर गुलदार उसमे नही फंसा। इस बीच गुलदार के दिखने से लोगों में दहशत का माहौल है। संजय पांडे ने बताया कि उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को सूचित कर दिया है और अधिकारियों से रात्रि में गश्त का अनुरोध किया है।

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अलबत्ता विभिन्न मोहल्लों में लगाये गये पिंजरे में गुलदार नही फंस रहा है। इसका भी तकनीकी कारण यह है कि गुलदार के प्राकृतिक भोजन को पिंजरों में नही रखा जा रहा है। महज मांस के कुछ टुकड़े उसमें डाल दिये जाते हैं। जिन्हें खाने के लिए गुलदार पिंजरे में घुसने में कोई दिलचस्पी नही लेता है। वन महकमा भी कानून से बंधा है और गुलदार को पकड़ने के लिए किसी अन्य जीव की कुर्बानी देने में सम्भवत: अक्षम है।

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