कोरोना गाइडलाइन में हुआ संशोधन, अब होम आइसोलेशन के बदले नियम, पढ़िये ख़बर

सीएनई रिपोर्टर नई दिल्ली। कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर हालांकि आज भी कुछ भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन जिस तरह के हालात देश—प्रदेश…

सीएनई रिपोर्टर

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर हालांकि आज भी कुछ भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन जिस तरह के हालात देश—प्रदेश में बन रहे हैं, उसको लेकर सरकार ने एक नई गाइडलाइन जारी की है। नियमों में यह बदलाव होम आइसोलेशन को लेकर है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक अधिसूचना जारी हुई है, जिसके अनुसार हल्के या बिना लक्षण वाले कोविड-19 मरीजों के होम आइसोलेशन के पूर्व तय हुई गाइडलाइन में संशोधन है। अब इस नए नियम के तहत पॉजिटिव होने के बाद सात दिन के लिए मरीज को आइसोलेशन में भेजा जायेगा, लेकिन यदि 03 दिन तक बुखार नहीं आता है तो उसे होम आइसोलेशन से मुक्त कर दिया जायेगा। साथ ही यह भी जोड़ा है कि ऐसे मरीज को दोबारा टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के के निर्देशों क अनुसार हल्के या बिना लक्षण वाले मरीजों को बीमारी के परीक्षण और प्रबंधन के लिए मार्गदर्शन में मदद करने के लिए जिला, उप-जिला स्तर पर एक निर्दिष्ट नियंत्रण कक्ष संपर्क नंबर दिया जाएगा। ऐसे मामलों में उनके आवास पर सेल्फ आइसोलेशन और क्वारंटीन के लिए आवश्यक सुविधा होनी चाहिए। आदर्श रूप से, रोगी के पास एक देखभाल करने वाला होना चाहिए, जिसने 24×7 आधार पर अपना COVID-19 टीकाकरण पूरा कर लिया हो।

बता दें कि देश में कोरोना व ओमिक्रान के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। हालांकि कोरोना की पिछले साल की तरह घातक रूप अब नहीं दिख रहा है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 58,097 नए मामले सामने आए हैं। राष्ट्र में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,14,004 हो गई है। डेली पाजिटिविटी रेट भी बढ़कर 4.18% हो गया है। इसके अलावा, देश में ओमिक्रोन के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 2,135 हो गई है। महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रोन के सबसे ज़्यादा 653 और 464 मामले हैं। इन हालातों में कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी हो गयी है, लेकिन बौद्धिक वर्ग की ओर से सवाल यह उठ रहा है कि यदि देश में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो जारी होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइंस में इतनी रियायत देने की क्या जरूरत आन पड़ी है। वहीं सवाल यह भी है कि कोरोना संक्रमण की चपेट में आने वाले मरीज का दोबारा टेस्ट क्यों नहीं कराया जा रहा है।

संक्षेप में जानिये होम आइसोलेशन के नए नियम

बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन की अनुमति मिलेगी।

हल्के लक्षण वाले मरीज घर पर ही रहेंगे। उनके लिए प्रॉपर वेंटिलेशन रहना जरूरी है।

कोरोना मरीजों को ट्रिपल लेयर मास्क पहनने की सलाह दी गई है।

मरीज को ज्यादा से ज्यादा तरल आहार लेने की सलाह दी गई है।

एचआईवी संक्रमित, ट्रांसप्लांट कराने वाले और कैंसर के मरीज को डॉक्टर की सलाह
पर ही होम आइसोलेशन में रखा जा सकेगा।

ये भी जान लीजिए —


बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले मरीज जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 93 फीसदी से ज्यादा होगा उन्हें ही होम आइसोलेशन में जाने की इजाजत होगी।

माइल्ड और एसिम्प्टोमेटिक मरीजों को जिला स्तर के कंट्रोल रूम के सतत संपर्क में रहना होगा।

कंट्रोल रूम उन्हें जरूरत पड़ने पर टेस्टिंग और हॉस्पिटल बेड समय पर मुहैया करवा सकेंगे।

मरीज को एस्टरॉयड लेने की मनाही है। सिटी स्कैन और चेस्ट एक्सरे बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं किए जाएंगे।

यह लक्षण दिखें तो लीजिए चिकित्सक की सलाह —

तीन दिनों तक यदि लगातार बुखार 100 डिग्री फेरनहाइट से ज्यादा हो।

यदि सांस लेने में मुश्किल और सांस फूलने लगे।

शरीर में ऑक्सीजन का स्तर गिरकर 93 फीसदी से कम हो जाए।

श्वसन दर प्रति मिनट 24 हो।

सीने में लगातार दर्द या दबाव महसूस हो।

मानसिक भ्रम की स्थिति बने।

गंभीर थकान व बदन दर्द हो।

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