पेपर लीक मामले में सचिवालय में नियुक्त एक और अपर निजी सचिव गिरफ्तार

देहरादून। उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है, UKSSSC पेपर लीक मामले में STF ने शुक्रवार को एक और सचिवालयकर्मी को गिरफ्तार किया है।…

उत्तराखंड सचिवालय में कार्यरत अपर निजी सचिव समेत दो गिरफ्तार

देहरादून। उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है, UKSSSC पेपर लीक मामले में STF ने शुक्रवार को एक और सचिवालयकर्मी को गिरफ्तार किया है। STF ने उत्तराखंड सचिवालय में न्याय विभाग में नियुक्त अपर निजी सचिव सूर्य प्रताप निवासी ग्राम निवाड़ मंडी जसपुर जनपद उधम सिंह नगर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। यह जानकारी STF प्रभारी अजय सिंह ने दी। उन्होंने बताया यह अबतक की 16वीं गिरफ्तारी है।

अब तक हुए गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम

1- शूरवीर सिंह चौहान
2- कुलवीर सिंह (स्वामी डेल्टा कोचिंग सेन्टर करनपुर देहरादून)
3- मनोज जोशी पीआरडी (पीआरडी पूर्व कर्मचारी UKSSSC रायपुर देहरादून)
4- गौरव नेगी
5- जयजीत दास (प्रोग्रामर, प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी)
6- मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक (कनिष्ठ सहायक सितारगंज न्यायालय ऊधमसिंहनगर)
7- अभिषेक वर्मा (कर्मचारी प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी)
8- दीपक चौहान (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे.न.ब. सेलाकुई में संविदा कर्मचारी)
9- भावेश जगूडी (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे.न.ब. सेलाकुई में संविदा कर्मचारी)
10- दीपक शर्मा
11- अमरीष कुमार (उत्तराखण्ड पुलिस आरक्षी ऊधमसिंहनगर में नियुक्त)
12- महेन्द्र चौहान (कनिष्ठ सहायक नैनीताल न्यायालय में)
13- हिमांशु काण्डपाल (कनिष्ठ सहायक रामनगर न्यायालय में)
14- तुशार चौहान
15- गौरव चौहान (अपर निजी सचिव, सचिवालय उत्तराखण्ड)
16- सूर्य प्रताप (अपर निजी सचिव सचिवालय उत्तराखण्ड)

एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया

एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया, उत्तराखंड सचिवालय में न्याय विभाग में नियुक्त अपर निजी सचिव सूर्य प्रताप को यूकेएसएसएससी परीक्षा लीक मामले में एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा पुख्ता सबूत मिलने के बाद आज गिरफ्तार कर लिया गया। वह कोर्ट में पेश हुए। अब तक हुई 16 गिरफ्तारियां हो चुकी है।

4-5 दिसंबर 2021 को आयोजित हुई थी परीक्षा

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा 4 एवं 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गई थी, उक्त परीक्षा संपन्न होने के पश्चात परिणाम जारी हुआ। बेरोजगार संगठनों एवं कई छात्रों ने मुख्यमंत्री से मिलकर उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच हेतु ज्ञापन दिया गया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से भी मुख्यमंत्री को उक्त प्रकरण में अनियमितताओं की शिकायत प्राप्त हुई थी।

दिनांक 22.07.2022 को मु.अ.सं. 289/22 धारा 420 भादवि में दर्ज किया गया एवं विवेचना में धारा 467, 468, 471, 34 भादवि की बढ़ोतरी की गयी। अभियोग की विवेचना पुलिस महानिदेशक द्वारा प्राथमिकता के आधार पर एसटीएफ को स्थानान्तरित की गयी।

160000 अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा स्नातक स्तरीय परीक्षा दिनांक 4 दिसंबर एवं दिनांक 5 दिसंबर 2021 को तीन पालियों में परीक्षा आयोजित की गयी थी जिसमें करीब 160000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी एवं 916 अभ्यर्थी चयनित हुए थे। विवेचना के दौरान संदिग्ध/चयनित अभ्यर्थियों से पूछताछ की गयी। संदिग्ध/चयनित अभ्यर्थियों से की गयी पूछताछ एवं भौतिक व इलैक्ट्रोनिक साक्ष्यों के आधार पर अब तक कुल 15 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।

ऐसे शुरू हुई पेपर लीक कहानी

अभियुक्त अभिषेक वर्मा निवासी सीतापुर (कर्मचारी प्रिन्टिंग प्रेस) के द्वारा प्रिन्टिंग प्रेस से पेपर चुराया गया था एवं परीक्षा से 4-5 दिन पहले दिनांक 29.11.2021 को प्रश्नपत्र के तीनों पालियों के सैट विभिन्न माध्यम से जयजीत दास को भेजे। जयजीत दास (प्रोग्रामर प्रिंटिंग प्रेस) ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी पीआरडी (पूर्व संविदा कर्मचारी UKSSSC) एवं दीपक चौहान को दिया। मनोज जोशी पीआरडी ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक, गौरव नेगी एवं अपने साले हिमांशु काण्डपाल को दिया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक व गौरव नेगी ने यह प्रश्नपत्र रामनगर में एक रिसोर्ट एवं काशीपुर में एक वैंकट हॉल व घर में सॉल्व कराया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक ने ही कुलवीर एवं शूरवीर चौहान के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को यह प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया। हिमांशु काण्डपाल ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी महेन्द्र चौहान, दीपक शर्मा, अमरीश कुमार के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। मनोज जोशी सितारगंज ने यह प्रश्नपत्र गौरव चौहान अपर निजी सचिव के कुछ अभ्यर्थी तुषार चौहान आदि को उपलब्ध कराया। दीपक चौहान ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी भावेश जगूडी के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। अब तक की विवेचना में सभी अभियुक्तगणों की उक्त अपराध में संलिप्तता पायी गयी है एवं उनके विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य प्राप्त हो गये है।

करीब 50 अभ्यर्थी पेपर लीक से चयनित

अब तक की विवेचना में करीब 50 अभ्यर्थी ऐसे पाये गये जो पेपर लीक के माध्यम से चयनित हुए है एवं कई अन्य अभ्यर्थी भी संदिग्ध पाये गये है जिनका सत्यापन व विवेचना प्रचलित है। उक्त प्रकरण में निष्पक्ष रूप से विवेचना जारी है एवं साक्ष्य संकलन की कार्यवही की जा रही है। उक्त विवेचना में अब तक 83 लाख रू. नगद बरामद हुए है साथ ही अन्य अभियुक्तगणों द्वारा प्रयोग किये गये संदिग्ध बैंक खातों को फ्रिज किया गया है एवं मोबाईल, लैपटॉप आदि सीज किये गये है जिनका परीक्षण कराया जा रहा है। अभियुक्तगणों के खाते जिसमें अवैध धनराशि का लेन देन हुआ है साथ करीब 40-50 लाख की सम्पत्ति का भी पता चला है।

इस प्रकरण में त्वरित व निष्पक्ष कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने एसटीएफ की टीम को स्वतन्त्रता दिवस पर मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के विशिष्ट कार्य के लिये पदक की संस्तुति की।

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