गौलापार/हल्द्वानी : क्षेत्र के लिए नासूर बन गया बागजाला मार्ग, अब ग्रामीण बना रहे आंदोलन की रणनीति

हल्द्वानी। गौलापार क्षेत्र के बागजाला मार्ग के नासूर बने गड्ढे पिछले 4 साल में भी नहीं भरे हैं, जर्जर हो चुके इस मार्ग की स्थिति…

हल्द्वानी। गौलापार क्षेत्र के बागजाला मार्ग के नासूर बने गड्ढे पिछले 4 साल में भी नहीं भरे हैं, जर्जर हो चुके इस मार्ग की स्थिति यह है कि यहां वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना तक दुश्वार हो गया है। बारिश के मौसम में हालात और भी बदतर हो जाती हैं, जबकि तीन किमी लंबी इस सड़क पर स्कूल और आधा दर्जन से अधिक गांव पड़ते हैं। यही नहीं यहां मार्ग राष्ट्रीय स्टेडियम से भी जुड़ता है। बागजाला मार्ग की गिनती गोलापार क्षेत्र के महत्वपूर्ण सड़कों में होती है, पर मौजूदा समय में यह मार्ग क्षेत्र की जनता के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। मार्ग पर हुए गहरे गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, दो पहिया वाहन फिसलने से आए दिन लोग चोटिल होते हैं। जबकि इस मार्ग पर प्राथमिक विद्यालय स्थित हैं। वहीं स्कूल के सैकड़ों विद्यार्थियों को रोजाना इस गड्ढे भरे मार्ग से आना-जाना होता है। इससे सबसे ज्यादा दिक्कत लड़कियों और छोटे बच्चों को होती है वहीं यहां मार्ग देवला तला,कुंवरपुर,चोरगलिया,खेड़ा आदि गांवों से होती हुई स्टेडियम मार्ग से जुड़ती है। आपको बताते चलें कि सड़क का निर्माण 10 वर्ष पूर्व किया गया था।

स्थानीय लोगों बताते हैं कि बनते समय मानक में की गई अनदेखी के कारण पांच वर्ष में ही सड़क पूरी तरह से उखड़ गई मार्ग को बनवाने के लिए बिगत सालों से ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से मांग की लेकिन किसी ने मार्ग की मरम्मत कराए जाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इंद्रपाल आर्य का कहना है कि यहां क्षेत्र अनुसूचित जन जाति वाला क्षेत्र है जिसके चलते क्षेत्र की हमेशा अनदेखी की जाती है। उन्होंने कहा कि चाहे लोकसभा का चुनाव या विधानसभा लेकिन नेताओं का मुद्दा यही सड़क होती है, लेकिन चुनाव हो जाने के बाद इस मार्ग के बारे में कोई राजनेता सोचता तक नहीं है। इससे यह सड़क सालों से बदहाल पड़ी है स्टेट हाईवे से आधा किमी तक इस मार्ग पर जलभराव रहता है इस जलभराव में छोटे वाहन फंसने से लागों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है वर्तमान में भाजपा सरकार द्वारा गड्ढा मुक्त सड़कों के लिए चल रहे अभियान के तहत इस सड़क को बनाने की जिम्मेदारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों की है लेकिन वहा भी आंखें मूंदे बैठे पड़े है।

उनका कहना है कई सालों से यह सड़क खराब है इसके बाद भी मरम्मत नहीं कराई गई है, जबकि हर चुनाव में यह मुद्दा बनती है उन्होंने कहा कि इस सड़क पर विद्यालय भी है जहां जाने में बच्चे गिरते रहते है। उन्होंने कहा कि यहां क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण सड़क है फिर भी यह जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों की अनदेखी का शिकार है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द आपको नहीं बनाया गया तो क्षेत्रवासी उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।

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