हल्द्वानी। बीमार दंपति को नगर निगम द्वारा घर से बेदखल करने के मामले में आज भीम फोर्स बहुजन मूल निवासी सेना के नेताओं ने सिटी मजिस्ट्रट के माध्यम से एक ज्ञापन देश के राष्ट्रपति को प्रेषित किया। ज्ञापन में कहा गया है कि सत्येंद्र नामक पीडित के परदादा और कई लोगों को 1962 में हरिजन कल्याण विभाग ने मकान बनवा कर दिए थे। ताकि मैला ढोने वाले लोगों की स्थिति में सुधार लाया जा सके। तब से ही सत्यंद्र के दादा, उनके पिता और अब वे इस मकान पर रह रहे हैं। लेकिन अब नगर निगम हल्द्वानी- काठगोदाम इन मकानों को अपना बता रहा है।
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ज्ञापन के अनुसार सत्येंद्र ने आरटीआई के माध्यम से राजेंद्र नामक एक निगम कर्मी के फर्जीबाडे़ का खुलासा किया था, तब से ही तत्कालीन नगर पालिका अब नगर निगम उसे सबक सिखाने का रास्ता ढूंढ रहा था। आठ जनवरी को जब सत्येंद्र का परिवार घर पर नहीं था। नगर निगम ने उसका सारा सामान घर से बाहर फेंक दिया और राजेंद्र को मकान पर कबजा दे दिया। इसके बाद से पिछले 15 दिनों से बीमार सत्येंद्र अपनी गमर्भवती पत्नी को लेकर धरने पर बैठा है।
ज्ञापन के अनुसार सत्येंद्र के इस मकान को लेकर एक सिविल वाद अदालत में विचाराधीन है और विभाग की ओर से उस मकान का उसके नाम किए जाने को लेकर शासन से पत्रव्यवहार भी किया जा रहा है। भीम फोर्स ने कहा है कि नगर निगम ने पुराना बदला लेने के लिए सत्येंद्र को घर से बेदखल कर दिया है। जो कि सरारसर अन्याय है। ज्ञापन में महामहिम से आग्रह किया गया है कि वे इस पूरे मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रावाई के लिए शासन को निर्देश दें।
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ज्ञापन सौंपने वालों में भीमफोर्स के संस्थापक अध्यक्ष राजेश राज, मो. शादाब, जावेद अंसारी, रूक्मणी, मनोज, संगीता, सुदंर लाल आर्य, शाहनाज आदि ने हस्ताक्षर किए हैं।