अल्मोड़ा : श्री राम विद्या मंदिर के संरक्षक बृज मोहन पंत का निधन, दिल्ली के अस्पताल में तोड़ा दम, शोक सभा में दी श्रद्धांजलि

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाश्री राम विद्या मंदिर इंटर कॉलेज डोटियालगांव अल्मोड़ा के संरक्षक गाजियाबाद निवासी बृज मोहन पंत का ह्रदयघात से निधन हो गया है। गत…

सूचना विभाग में कार्यरत हरीश सिंह की माता के निधन पर शोक

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
श्री राम विद्या मंदिर इंटर कॉलेज डोटियालगांव अल्मोड़ा के संरक्षक गाजियाबाद निवासी बृज मोहन पंत का ह्रदयघात से निधन हो गया है। गत दिवस 28 सितंबर को सायं 4:30 बजे दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उल्लेखनीय है कि बृज मोहन पंत मूल रूप से जनपद बागेश्वर के खानतोली के रहने वाले थे। बचपन से ही प्रतिभा के धनी थे। भारतीय रेलवे में इंजीनियर के पद से अवकाश प्राप्ति के बाद गाजियाबाद में रहने लगे थे। वह स्वर्गीय के.के.पन्त पूर्व निदेशक एटीआई नैनीताल, निवासी लक्ष्मणेश्वर अल्मोड़ा के छोटे भाई थे। स्वर्गीय के. के. पंत से प्रेरणा पाकर बृजमोहन पंत श्री राम विद्या मंदिर से जुड़ गए और निरंतर विद्यालय को आर्थिक सहयोग एवं मार्गदर्शन करते रहे। विद्यालय से जुड़ने के बाद प्रतिवर्ष प्रत्येक कक्षा के प्रथम एक बालक और एक बालिका को पारितोषिक राशि प्रदान करते थे तथा विगत वर्ष प्रत्येक कक्षा के हर एक बच्चे को घड़ी भी दी। इसके अलावा दीपावली, होली, शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को भी नगद धनराशि प्रोत्साहन के रूप में दिया करते थे। उनकी मृत्यु का समाचार पाकर विद्यालय परिवार में शोक की लहर छा गयी। विद्यालय में आज एक शोक सभा का आयोजन हुआ, जिसमें गहरा दु:ख प्रकट किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने स्वर्गीय पंत की जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला तथा उनकी मृत्यु को विद्यालय के लिए अपूरणीय क्षति बताया। इस अवसर पर व्यवस्थापक भीम सिंह भाकुनी, डॉक्टर गोकुल सिंह रावत, पीसी तिवारी, आनंद बगड़वाल, सीएल वर्मा, डॉक्टर विनोद पांडे, सुरेश पांडे, डॉक्टर बीएस मनकोटी, डीएस पिलख्वाल, माया जोशी, लज्जा पंत, सुनैना मेहरा, सरोज साह जगाती, पुष्पा भट्ट, मोहन पांडे, जोहार सिंह, ललित जोशी, कमल गुप्ता, डॉ अजीत तिवारी, पूरन सिंह अधिकारी, जितेंद्र गुप्ता, राघव पंत, सतीश गुप्ता, बीएस मेहता, आनंदी मनराल एवं गणेश दत्त भट्ट तथा प्रधानाचार्य नवल पंत समेत समस्त विद्यालय कर्मचारी उपस्थित रहे। अंत में सभी उपस्थित लोगों ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा परिवार को इस वज्राघात को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की भगवान से प्रार्थना करी व शांति पाठ किया गया।

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