लालकुआं : खेत व किसान को बर्बाद करने की साज़िश का भण्डाफोड़ अभियान कल से चलाएगा अखिल भारतीय किसान महासभा

लालकुआं। अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यालय दीपक बोस भवन में आयोजित किसान रैली की समीक्षा बैठक की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा…

लालकुआं। अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यालय दीपक बोस भवन में आयोजित किसान रैली की समीक्षा बैठक की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि, “मोदी सरकार द्वारा किसान विरोधी व आम जन विरोधी तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने के लिए राष्ट्रीय किसान आंदोलन के समर्थन में की गई किसान रैली की समीक्षा बैठक में भविष्य की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने कहा संगठन को मजबूत बनाने के लिए 1 फरवरी 2021 से नैनीताल जिले के बिन्दुखत्ता, गौलापार आदि जगहों पर किसान महासभा की सदस्यता चलाते हुए मोदी सरकार के खेत, खेती और किसान को बर्बाद करने की साज़िश का भण्डाफोड़ अभियान भी चलाया जाएगा। और आम आदमी की रोटी बचाने या देश की खाद्य सुरक्षा के लिए तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए आन्दोलन तेज किया जाएगा। 23 अप्रैल 2021 पेशावर कांड/क्रांति दिवस के नायक कामरेड चन्द्र सिंह गढ़वाली को याद करते हुए जिला सम्मेलन किया जायेगा।”

बैठक में जिला सम्मेलन की तैयारी हेतु वरिष्ठ किसान नेता बहादुर सिंह जंगी को संयोजक बनाकर संयोजन समिति बनाने का जिम्मा सौंपा गया।

बैठक को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने कहा कि, “मोदी सरकार कारपोरेट को मालामाल और किसानों, मजदूरों व आम लोगों को कंगाल करने के लिए तीन कृषि कानूनों को लागू करने में आमदा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जेएनयू, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और शाहीन बाग के तर्ज पर किसान आन्दोलन को भी कुचलने की नाकाम कोशिश बार-बार कर रही है। उन्होंने कहा कि अब हमें बड़ी मुस्तैदी से शांतिपूर्वक ढंग से बढ़-चढ़ कर आन्दोलन में भागीदारी करने की जरूरत है। ताकि आन्दोलन का अगला चरण किसान विरोधी, आमजन विरोधी तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द करो! वरना मोदी सरकार कुर्सी छोड़ो! बन जाय।”

बैठक को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले के राज्य सचिव कामरेड राजा बहुगुणा ने किसानों को पिछले 66-67 दिनों से कड़कड़ाती ठंड में संयमित और अहिंसक आंदोलन चलाने के लिए सलाम करते हुए कहा कि 26 जनवरी 2021 और 28-29 जनवरी 2021 को मोदी सरकार ने अपनी भगवा ब्रिगेड को पुलिस संरक्षण में दंगा कराने की पूरी छूट देकर आन्दोलन को कुचलने की साज़िश कर दी थी परन्तु किसानों के संयम ने इस साज़िश को भी विफल कर दिया। उन्होंने कहा कि, “किसान ने साबित कर दिया वह अन्नदाता है, देश को पालता है बेचता नहीं और देश को लूटकर भागता या भगाता नहीं बल्कि देश की सीमाओं पर अपने जिगर के टुकड़ों को भेजकर देश की रक्षा करता है।”
राजा बहुगुणा ने कहा कि, मोदी सरकार समय रहते जल्दी से जल्दी तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट अनुसार लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित कर सरकारी खरीद की गारंटी का कानून बनाये। ताकि किसानों की माली हालत सुधरे और उन्हें बैंक या साहूकारों के कर्ज में दबकर आत्महत्या को विवश न होना पड़े।

बैठक में किसान नेताओं के अलावा भाकपा माले के नैनीताल जिला सचिव कामरेड डा. कैलाश पाण्डेय ने कहा कि बिन्दुखत्ता को लम्बे समय से चली आ रही राजस्व गांव की मांग को क्षेत्रीय विधायक और भाजपा ने पूरा करने की बात की थी उन्होंने कहा अभी भाजपा सरकार ने प्रदेश में 9 राजस्व गांव बनाये हैं परन्तु राजस्व गांव बनाने के नाम पर वोट प्राप्त करने वाली भाजपा और क्षेत्रीय विधायक पिछली सरकार की भांति बिन्दुखत्ता के किसानों की जमीन हड़पने के लिए जनता में अन्दर ही अन्दर नगरपालिका बनने को जायज ठहराने में लगे हैं उन्होंने किसान महासभा को अपना पूरा सहयोग देने की बात कहकर कहा कि राजस्व गांव बनाना पूजीपतियों के रहनुमा भाजपा- कांग्रेस के बस की बात नहीं है राजस्व गांव जब भी बनेगा किसानों की संगठित ताकत के बल पर बनेगा। इसलिए क्रान्तिकारी किसान संगठन ही इसका एकमात्र विकल्प है।

बैठक में ललित मटियाली, भुवन जोशी, नैनसिंह कोरंगा, विमला रौथाण, स्वरूप सिंह दानू, बिशन दत्त जोशी, चन्दन राम, धीरज कुमार, विनोद कुमार, शिवा कोरंगा, खीम सिंह वर्मा, निर्मला शाही, आनन्द सिंह दानू, त्रिलोक सिंह दानू, त्रिलोक राम, गोपाल राम, विजयपाल आर्या व हरीश टम्टा आदि ने भागीदारी की।

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