लघु कथा : ‘आदमी’ — एक बड़ी सीख !

प्रो. रमेश तिवारी ‘विराम’, मकरन्दनगर, कन्नौज जेठ की तपती दोपहर। भयानक लू चल रही थी। बाजार सुनसान था। बाजार के बीचों-बीच कपड़े की बड़ी दुकान…

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कहानी — हार गया रणविजय

….चुनाव जीतने पर बहादुर फिर दुबारा रामदीन के मुहल्ले में नहीं आया। यह जानने की भी कोशिश नहीं की कि जिसकी लाश की कीमत उसने…

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व्यंग्य लघु कथा — इंसानों ने बढ़ा दिया रूतबा

— रोहित यादव, हरियाणा सड़क के एक मोड़ पर दो बाइक सवार आपस में टकराकर गिर पड़े। सड़क से उठते हुए एक व्यक्ति ने गुस्से…

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व्यंग्य लघु कथा : जंगल राज में किसी ने कुछ नहीं देखा

कृष्णा कुमार, तलवंडी, राजस्थान एक दिन जंगल में मंकू सियार की बेटी नूरी नदी पर जल भरने जा रही थी। रास्ते में उसे कालू भेड़िया…

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