अल्मोड़ा : छात्रसंघ भवन में नशाखोरी जैसे संकेत मिलना शर्मनाक—वाहिनी, प्रकरण की गहन जांच कर दोषियों को कठोर सजा की मांग

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाउत्तराखंड लोक वाहिनी ने एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के छात्रसंघ भवन में कथित रूप से नशाखोरी होने जैसे संकेत मिलने को बेहद शर्मनाक बताया…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
उत्तराखंड लोक वाहिनी ने एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के छात्रसंघ भवन में कथित रूप से नशाखोरी होने जैसे संकेत मिलने को बेहद शर्मनाक बताया है। वाहिनी ने इसे गंभीर बताते हुए इस प्रकरण की गहन जांच करने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की पुरजोर मांग की है।
वाहिनी के प्रमुख नेता और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जगत सिंह रौतेला ने कहा कि छात्रसंघ भवन कई ऐतिहासिक आंदोलन का गवाह रहा है। जिसमें वन बचाओ आंदोलन व चिपको आंदोलन प्रमुख हैं। लेकिन आज उसी छात्रसंघ भवन में नशा करने जैसे प्रमाण मिलना बेहद अफसोसजनक है। श्री रौतेला ने कहा कि 70-80 के दशक में छात्रसंघ भवन में धूम्रपान तक वर्जित था और वह भी छात्रसंघ का निर्णय था। परंतु आज अगर छात्रसंघ भवन का इस्तेमाल नशाखोरी होने का संकेत मिल रहा है, तो निश्चित ही इसकी गहन जांच पड़ताल होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में नई पीढ़ी नशाखोरी में डूबने से बच सके।उन्होंने कहा कि यह बहुत आश्चर्यजनक है कि छात्रसंघ भवन की चाबियां चुनिंदा व्यक्तियों के पास होने के बावजूद यह संकेत कैसे मिले। इस संदर्भ में विश्वविद्यालय प्रशासन व छात्र नेताओं को चाहिए की राजनैतिक मतभेद भुलाकर नशे की इस बीमारी को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठाएं।
वाहिनी की बैठक में महासचिव पूरन चन्द्र तिवारी ने कहा कि सत्तर के दशक में जब छात्रसंघ भवन का निर्माण हुआ, तो भवन निर्माण के लिए तत्कालीन छात्रसंघ ने स्टार पेपर मिल्स से सहयोग राशि ले ली थी। इस कारण मामले ने बड़ा तूल पकड़ा था। परिणामस्वरूप छात्रसंघ ने स्टार पेपर मिल की सहयोग राशि वापस कर दी थी। फिर भी जनता व कॉलेज प्रशासन के सहयोग से छात्रसंघ ने भवन का निर्माण में सहयोग दिया था। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ भवन में नशा करने के संकेत मिलने का समाचार जनता को हतप्रभ करने वाला है। बैठक में सभी ने इस प्रकरण की गहन जांच करने और दोषियों को सख्त सजा देने की पुरजोर मांग की। बैठक में कटक पालिका उपाध्यक्ष जंग बहादुर थापा,दयाकृष्ण कांडपाल, शमशेर जंग गुरुंग , अजयमित्र सिंह बिष्ट, कुणाल तिवारी, माधुरी मेहता, रेवती बिष्ट, अजय सिंह मेहता, अनिसुद्दीन, हरीश मेहता आदि उपस्थित रहे । यहां उल्लेखनीय है कि गत दिनों एसएसजे परिसर अल्मोड़ा का छात्रसंघ भवन सोमवार को उस समय बड़ी आशंका के दायरे में आ गया, जब वहां फॉयल पेपर के अधजले टुकड़े और दस रुपये के जले नोट मिले। इस बात पर काफी बहस भी कालेज में हुई थी।

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