ब्रेकिंग : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने अंर्तरकलह पर दिया बड़ा बयान, पढ़िये ख़बर..

सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी कांग्रेस के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने का कि कांग्रेस नेताओं की नहीं, कार्यकर्ताओं की पार्टी और वह कांग्रेसजनों का…

सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी

कांग्रेस के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने का कि कांग्रेस नेताओं की नहीं, कार्यकर्ताओं की पार्टी और वह कांग्रेसजनों का आह्वान करते हैं कि नेताओं के ​नहीं कांग्रेस की विचारधारा (आइडोलॉजी) के अनुयायी बनें।

विधायक सुमित हृदयेश व अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में यहां स्वराज आश्रम में हुई प्रेस वार्ता में करन माहरा ने कहा कि नव पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने से पूर्व वह यह देखेंगे कि कांग्रेस के विभिन्न संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने पार्टी हित के लिए क्या किया है। उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के बीच पैठ बनाते हुए कितने लोगों को कांग्रेस से जोड़ने का कार्य किया है, विधानसभा में कहां—कहां और कितना जन संपर्क किया है, जनता के बीच उनकी छवि क्या है। अब यही सब देखा जायेगा। अगर कोई पदाधिकारी महिला संगठन की है या यूथ कांग्रेस के लोग हैं उनका भी रिपोर्ट कार्ड देखा जायेगा।

कांग्रेस हरीश रावत की पार्टी है, प्रीतम गुट की पार्टी है या अन्य किसी नेता की पार्टी है पर पूछे गए सवाल पर करन माहरा ने कहा कि वह कांग्रेस को नेताओं की पार्टी से कार्यकर्ताओं की पार्टी में परिवर्तित करना चाहते हैं। उनका पहला काम है कि पूर्व में जो गलतियां उन्होंने की हैं, जो त्रुटियां हुई हैं, उनसे वह अब उभरें।

मैं नहीं चाहता लोग करन माहरा के अनुयायी बनें

करन माहरा ने कहा कि वह कभी नहीं चाहते कि लोग करन माहरा के अनुयायी बनें। उनकी चाहत सिर्फ इतनी है कि लोग कांग्रेस की विचारधारा के अनुयायी बनें। वह चाहते हैं कि एक आम आदमी जिन समस्याओं को आज झेल रहा है, उनका निस्तारण है। कांग्रेस का जो प्रमुख ऐजेंडा रहा है, उस पर ही फोकस किया जाये। उन्होंने कांग्रेस के इतिहास पर भी संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए कहा कि चाहे जनेऊ आंदोलन हो, छुआछूत आंदोलन हो या फिर सती प्रथा और दहेज प्रथा की खिलाफत, इतिहास में कांग्रेस ने बड़ी भूमिका निभाई है। ऐसे ही तमाम ऐसे मुद्दे थे, जो सीधे जनता से जुड़े हुए थी। इन पर कांग्रेस जनता को साथ लेकर सीधा हस्तक्षेप करती थी, लेकिन हल्के—हल्के परिवर्तन हुआ और कांग्रेस नेताओं ने अपने अनुयायी बनाने शुरू कर दिये। फिर जो मुख्य मुद्दे थे, जन व देश के सरोकारों से जुड़े मुद्दे थे वह गौण हो गये। आज पार्टी नेतृत्व में उन्हें यही जिम्मेदारी सौंपी है कि वह कांग्रेस की आइडोलॉजी को पुन: स्थापित करें।

हमारा बैर तो ऐसे लोगों से है….

इससे पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनका बैर किसी पार्टी विशेष से नहीं, बल्कि ऐसे लोगों से है जो देश की एकता और अखंडता को खत्म करने पर तुले हुए हैं, जिन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को पीछे की ओर धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में विगत 10 सालों में एक मां ऐसी नहीं है, जिसका बेटा या बेटी नौकरी में जा पा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में अब महिलाओं को भी देश हित में आगे आना होगा और महंगाई के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी।

दावा : कांग्रेस के सभी नेता अब एक साथ दिखेंगे

करन माहरा ने कांग्रेस में अंर्तरकलह के मुद्दे पर कहा कि पार्टी नेताओं के बीच किसी किस्म का मतभेद नहीं है। यह शादी—बारातों का सीजन है कुछ लोग कई बार मिटिंग में पहुंच नहीं पाते, जिसका अन्य अर्थ नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने पहले अनुपस्थित रहे 16 लोगों की पार्टी कार्यक्रमों में उपस्थिति दर्ज करा दी है। एक—दो लोग भी जल्द दिखाई देंगे।

चंपावत में कांग्रेस पूरी ताकत से लड़ेगी चुनाव

करन माहरा ने कहा कि चंपावत में पुष्कर सिंह धामी का चुनाव लड़ना तय होने के बाद वह यह भरोसा दिलाते हैं कि इस सीट पर कांग्रेस पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। यहां रणनीति के तहत चुनाव लड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रेस से ही पता चला है कि हेमेश का नाम फाइनल हो गया है। वह जल्द ही हेमेश से भी बात करेंगे।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के विश्वास पात्रों में शामिल रहे हेमेश खर्कवाल को सीएम धामी के मुकाबले में चंपावत सीट से उतारने का फैसला लिया है। चम्पावत विधान सभा सीट से हेमेश खर्कवाल लगातार पांचवी बार प्रत्याशी बने हैं। वर्ष 2002 का चुनाव जीतने के बाद से ही वे लगातार कांग्रेस के प्रत्याशी रहे हैं। उन्होंने इस सीट से वर्ष 2012 में भी चुनाव जीता था, लेकिन 2007 और 2017 में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। अब पांचवी बार पार्टी ने उनपर दांव लगाया है। हेमेश खर्कवाल जिला एवं राज्य स्तर पर पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। हरीश रावत सरकार में वे संसदीय कार्य मंत्री थे। हरीश रावत के करीबी होने व विधान सभा में कोई मजबूत चेहरा न होने के कारण कांग्रेस ने पांचवी बार हेमेश को टिकट दिया है।

इस मौके पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष सतीश नैनवाल, विधायक सुमित हृदयेश, पूर्व विधायक हरीश दुर्गापाल, पूर्व विधायक नजीव आर्या, पूर्व राज्य मंत्री केदार पलड़िया, हेमन्त बगडवाल, पूर्व कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अतुल जोशी, प्रशांत भौसौड़ा, महेश शर्मा आदि मौजूद थे। प्रेस वार्ता से पूर्व कांग्रेस के सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। संचालन राहुल छिमवाल ने किया। कार्यक्रम के बाद अध्यक्ष माहरा ने गृह क्षेत्र रानीखेत को प्रस्थान किया।

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