अब तक छह रोगी अस्पताल में और 10 घर पर ले रहे उपचार
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ते जा रहा है। रविवार को एक रोगी और भर्ती किया गया है। अब जिला अस्पताल में छह रोगियों का उपचार हो रहा है। जबकि लगभग 10 से अधिक लोग घर से उपचार करा रहे हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर पांच के स्थान पर अब 20 बेड डेंगू रोगियों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। नगर पालिका को जिला प्रशासन ने फागिंग और स्वच्छता अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं।
जिले में डेंगू लगातार फैल रहा है। रविवार को अस्पताल प्रशासन ने बेड बढ़ा दिए हैं। 10 बेड जिला अस्पताल और इतने ही ट्रामा सेंटर में हैं। डेंगू वार्ड अलग बनाया गया है। जहां मच्छरदानी और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने अस्पताल प्रशासन को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा है। पालिका को नगर के सभी वार्डों में फागिंग और कीटनाशक का छिड़काव करने के निर्देश हैं। लेकिन पालिका शहर के अलावा अन्य भागों तक अभी नहीं पहुंच सकी है। कठायतबाड़ा आदि स्थानों झाड़ी आदि नहीं कटने से मच्छरों का भय बना हुआ है। मंडलसेरा में पानी की निकासी नहीं होने से डेंगू मच्छर के लिए मुफीद बना हुआ है। अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डा. एसपी त्रिपाठी ने बताया कि जिला अस्पताल में छह डेंगू रोगी भर्ती हैं। रविवार को एक नया केस आया है। दवाइयां पर्याप्त हैं। स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 20 बेड की व्यवस्था की गई है।
क्या कहते हैं चिकित्सक
डा. चंद्र मोहन भैसोड़ा ने कहा कि डेंगू बुखार एक कष्टदायक, शरीर को दुर्बल करने वाला मच्छर जनित रोग है।दूसरी बार डेंगू वायरस से संक्रमित होने से गंभीर बीमारी विकसित हो सकती है। तेज बुखार, शरीर पर दाने, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है। डेंगू बुखार के लक्षण, जो आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं और 10 दिनों तक रहते हैं।