बोले डीएम, “जंगल में आग लगाने वाले का बताओ नाम, पाओ 10 हजार इनाम”

वनों को आग लगाने वालों की अब खैर नहीं। आग लगाते पकड़े जोन पर अब जुर्माने के साथ जेल भी होगी। इसके अलावा आग लगाने वालों की सूचना देने वालों को दस हजार का इनाम भी दिया जाएगा।

जिलाधिकारी बागेश्वर विनीत कुमार ने जारी किए सख्त निर्देश

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर

वनों को आग लगाने वालों की अब खैर नहीं। आग लगाते पकड़े जोन पर अब जुर्माने के साथ जेल भी होगी। इसके अलावा आग लगाने वालों की सूचना देने वालों को दस हजार का इनाम भी दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए वन विभाग से जंगलों में लगी आग पर तुरंत काबू पाने के निर्देश दिए हैं। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

मालूम हो कि जिले में फायर सीजन शुरू होते ही आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसे काबू करने के लिए विभाग सहित प्रशासन द्वारा तमाम योजनाएं बनाई जा रही हैं। वनाग्नि को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन भी सतर्क है। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए कहा कि आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज करें। इसके अलावा कोई व्यक्ति अगर मय प्रमाण आग लगाने वालों की सूचना देता है, तो उसकी पहचान गोपनीय रख 10 हजार का इनाम भी दिया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि फायर की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे परिसंपत्तियों को भी नुकसान हो रहा हैं, इसलिए यह सबकी जिम्मेदारी है कि वे वनाग्नि की घटनाओं को रोकने में अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने सब डिविजन व ब्लॉक स्तर पर टीमें गठित करने को कहा, जो निंरतर निगरानी बनाते हुए प्रभावी कारवाई से भी अवगत कराएगी। उन्होंने इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार करते हुए न्याय पंचायत व ग्राम पंचायत स्तर पर बैठकें आयोजित कर लोगों को वृहद स्तर पर जागरूक करने को कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वंय सेवकों को भी सक्रीय करते हुए उन्हें भी इसमें सम्मिलित किया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि वनाग्नि रोकने में लगे लोगों की सुरक्षा प्राथमिक होनी चाहिए, इसलिए पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा ईकाईयां हो। यदि उपकरणों की कमी हो तो इसकी भी डिमांड करें। उन्होंने कहा कि वनाग्नि की घटनाएं बढ़ने पर एसडीआरएफ को भी इसमें सम्मिलित किया जाए तथा जरूरत पड़ने पर सेना की भी मदद ली जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में दवाईयों का स्टॉक हो तथा जिस भी स्टॉफ को इस कार्य में लगाया जाए, वह पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हो। साथ ही कहा कि अगले दो माह तक अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर किसी भी स्टॉफ को अवकाश पर न भेजें।

इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी ने बताया कि जनपद में 91 फायर की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे 110 हैक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि जनपद के कांडा, धरमघर तथा बागेश्वर क्षेत्र में वनाग्नि की घटनाएं ज्यादा हुई हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक कोई भी मानव व जानवर की क्षति नहीं हुई है। साथ ही सात लोगों को वनों मे आग लगाते हुए पकडे़ जाने पर विभागीय कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया गया। इस दौरान वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलड़ा सहित पंचायत सरपंच संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा वनाग्नि रोकने के अपने सुझाव भी रखे। बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, उपजिलाधिकारी गरुड़ राजकुमार पांडे, कपकोट परितोष वर्मा, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कृष्ण पलडिया आदि मौजूद रहे।

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