सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
इंटरनेट के इस युग में हर संकट का समाधान लोग अब गूगल पर खोजने लगे हैं, किंतु ऐसा करना कई बार महंगा भी साबित हो जाता है। ऐसा ही वाक्या अल्मोड़ा में हुआ, जहां एक व्यक्ति को गूगल से मदद मांगना बहुत महंगा साबित हुआ। गूगल की मदद से एक मिले एक नंबर पर जब उनकी बात हुई तो उनके खाते से करीब 56 हजार रूपये साफ हो गये। वह तो भला हो पुलिस के साइबर सेल का कि अब उनकी रकम वापस आ गई है।
दरअसल, गत 13 अक्टूबर, 2021 को प्रकाश चंद जोशी निवासी हवालबाग, कोसी, अल्मोड़ा द्वारा साइबर सेल कार्यालय में एक शिकायत दर्ज की गई। जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि उनके द्वारा ऑनलाइन इंटरनेट बैंकिंग का प्रयोग करते हुए कुछ धनराशि अपने परिचित को भेजी गई, उनके खाते से धनराशि कट जाने एवं परिचित के खाते में रुपए ना पहुंचने पर उनके द्वारा गूगल से बैंक शिकायत अधिकारी के मोबाइल नंबर को खोजकर अपनी शिकायत के समाधान हेतु संपर्क किया गया।
गूगल से लिए गए नंबर पर अज्ञात साइबर ठग द्वारा अपने को बैंक अधिकारी बताकर तथा शिकायतकर्ता को अपने झांसे में लेकर शियाकतकर्ता से उनकी बैंक खाते एटीएम तथा बैंक से प्राप्त ओटीपी आदि का संपूर्ण विवरण लेकर शिकायतकर्ता के खाते से रुपये 55 हजार 973 निकाल लिए गए।
शिकायतकर्ता की समस्या का तत्काल संज्ञान लेते हुए साइबर सेल द्वारा आवेदक के बैंक तथा नोडल अधिकारी से संपर्क स्थापित कर वार्तालाप कर खाते से काटी गई धनराशि को वापस कराने हेतु कार्यवाही की गई। साइबर सैल द्वारा की गई कार्यवाही के बाद शिकायतकर्ता प्रकाश चंद जोशी के बैंक खाते से काटी गई धनराशि रुपये 55 हजार 973 उनके खाते में वापस आ गए हैं।
जिस पर उन्होंने साइबर सेल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा का आभार जताया है।
ऑनलाइन लेन—देन करते हैं तो रहें सावधान : पंकज भट्ट, एसएसपी अल्मोड़ा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा ने आम जनता से अपील है कि वर्तमान में साइबर ठग सक्रिय हैं, जो आपकी मेहनत की कमाई को उड़ाने के लिए तत्पर हैं। यदि आप ऑनलाइन लेन—देन करते हैं तो सावधान रहें तथा गूगल से लिए गए नंबरों पर प्रमाणिकता जांचने के बाद ही कार्यवाही करें। अपनी ओटीपी, बैंक डिटेल अथवा निजी जानकारी किसी से शेयर न करें। फिर भी यदि आप धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं तो बिना देरी किए 155260 या नजदीकी थाना चौकी में शिकायत दर्ज कराएं।