टीएसआर इन नैनीताल : आरएस टोलिया प्रशानिक अकादमी में छात्रावासों का लोकार्पण, क्रिकेट पिच पर खेली पहली बॉल

नैनीताल। सरोवर नगरी में सोमवार का दिन सौगातों भरा रहा। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर…

नैनीताल। सरोवर नगरी में सोमवार का दिन सौगातों भरा रहा। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिलब्ध डाॅ.रघुनन्दन सिंह टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी पहुॅचकर अकादमी में निदेशक राजीव रौतेला के निर्देशन में स्थापित एक करोड़ दस लाख की अवस्थापना सुविधाओं का लोकार्पण किया। वहीं अकादमी परिसर में नव स्थापित क्रिकेट पिच पर विधायक संजीव आर्य की बाॅल का सामना किया। इस तरह मुख्यमंत्री ने अकादमी क्रिकेट पिच का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने अकादमी परिसर में नव सुसज्जित गंगोत्री एवं यमुनोत्री छात्रावासों का भी निरीक्षण किया साथ ही अकादमी के प्रशासनिक भवन में स्थापित की गयी डायरेक्टर्स पिक्चर वाॅल का भी लोकार्पण किया।


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत अकादमी के निदेशक राजीव रौतेला ने किया वहीं करतल ध्वनि के साथ अकादमी के प्रशिक्षु अभियंताओं ने भी मुख्यमंत्री का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि ज्ञान का प्रकाश प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुॅचाने तथा अच्छा लोक सेवक बनाने में प्रशासन अकादमी की राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान है। यह अकादमी उत्तराखण्ड के लिए गौरव की बात है। उन्होंने अपने सम्बोधन में अकादमी में वर्ष 1985 में स्थापित आडिटोरियम के उच्चीकरण एवं सौन्दर्यकरण किये जाने के साथ ही अकादमी परिसर में बेडमिंटन एवं टेनिस के लिए एस्ट्रो टर्फ स्थापित किये जाने की घोषणा भी की। अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि लम्बे समय के बाद अकादमी में जो आधारभूत सुविधाऐं स्थापित की गयी हैं, उसके लिए यहाॅ के निदेशक राजीव रौतेला तथा उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है।
प्रशिक्षुओं को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कार्यशैली एवं गुणवत्ता के साथ ही आत्म विश्वास में वृद्धि करने के लिए प्रशिक्षण जिन्दगी में बहुत जरूरी है। जन्म लेने के साथ ही हम प्रशिक्षण प्रक्रिया से जुड़ जाते हैं, यह प्रक्रिया जीवन पर्यन्त चलती रहती है।

उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती, प्रशिक्षण का विशेष महत्व होता है। उन्होंने कहा कि अच्छी गवर्नेन्स देना सरकार का उद्देश्य है। ई-गर्वेनेन्स से ही विशमताओं को क्षमताओं में बदला जा सकता है। जिसके लिए प्रशिक्षण व परिश्रम जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार की छवि लोक सेवकों से ही बनती है। उन्होंने कहा लोक सेवक सरकार का आवरण एवं संदेश वाहक हैं, लिहाजा अधिकारी अपनी योग्यता एवं अनुभव के आधार पर बेहतर कार्य करें ताकि जन सामान्य को लगे कि वह उनके अपने हैं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी में चिकित्सा, पुलिस, प्रशासन, सभी द्वारा बेहतरीन कार्य किया गया, जिसकी चारों तरफ प्रशंसा हुई। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को भी एटीआई में प्रशिक्षण दिया जायेगा।
अपने सम्बोधन में निदेशक एटीआई राजीव रौतेला ने बताया कि अकादमी की स्थापना 1971 में हुई थी, तब इसे आफीसर ट्रेनिंग स्कूल के रूप में स्थापित किया गया था, तब इसका संचालन उत्तर प्रदेश से होता था। अकादमी 50 वे वर्ष में प्रवेश कर रही है जोकि हमारे लिए अत्यन्त गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौर में गाईड लाइन का अनुपालन करते हुए अकादमी द्वारा जुलाई माह से प्रशिक्षण सत्र प्रारंभ कर दिये गये थे। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग माॅड्यूल को उच्च स्तर का बनाने के लिए देश-विदेश की संस्थाओं से वार्ता की जा रही है साथ ही अनेकों सस्ंथाओं से एमओयू भी कर लिए गये हैं। श्री रौतेला ने कहा कि आधारभूत सुविधाओं को बढ़ाये जाने के लिए निरन्तर चिन्तन गतिमान है, अकादमी द्वारा इस प्रकार की आधारभूत कार्य योजना तैयार की जा रही है जोकि आगामी 50 वर्षों के लिए उपयोगी होगी।
रौतेला द्वारा मुख्यमंत्री रावत को अकादमी परिवार की ओर से प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया। कार्यक्रम के उपरान्त मुख्यमंत्री रावत प्रशिक्षु अभियंताओं के साथ ग्रुप फोटो सेशन में भी शामिल हुए।
कार्यक्रम में विधायक संजीव आर्य, उपाध्यक्ष महिला आयोग ज्योति साह, अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, ब्लाॅक प्रमुख डाॅ.हरीश बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, दर्जामंत्री प्रकाश हर्बोला, पीसी गोरखा, के अलावा गोपाल रावत, दया किशन पोखरिया, कुन्दन बिष्ट, मनोज जोशी, खीमा शर्मा, प्रदीप जनोटी, शान्ति मेहरा, मुकेश बोरा, प्रताप बिष्ट, खीम सिंह बिष्ट, कुन्दन चिलवाल के अलावा आयुक्त कुमाऊॅ अरविन्द सिंह ह्यांकी, आईजी अजय रौतेला, प्रबन्ध निदेशक केएमवीनएन रोहित मीणा, अकादमी के संयुक्त निदेशक नवनीत पाण्डे, दीपक पालीवाल, उप निदेशक विवेक सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व एसएस जंगपांगी, के अलावा फैकल्टी के सदस्य आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डिप्टी डायरेक्टर मन्जू पाण्डे ने किया।

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