योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा में कैसे बनाएं कैरियर : योगाचार्य हेमंत जोशी

हल्द्वानी। विश्वव्यापी महामारी कोरोना से उभरे रोजगार के संकट के लिए योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा कैसे वरदान हो सकता है। इस विषय पर प्रकाश डालते…

हल्द्वानी। विश्वव्यापी महामारी कोरोना से उभरे रोजगार के संकट के लिए योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा कैसे वरदान हो सकता है। इस विषय पर प्रकाश डालते हुए अन्तराष्ट्रीय योग दिवस 2020 की तैयारियों के बीच देश के प्रतिष्ठित युवा योग गुरु एवं श्री सिध्दम योग फाउंडेशन तथा योग एवं सांस्कृतिक परिषद् उत्तराखंड के संस्थापक योगाचार्य हेमंत जोशी ने लोगों को योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा को दैनिक जीवन में अपनाने के साथ साथ कॅरियर निर्माण का भी बेहतर विकल्प बताया है। हल्द्वानी निवासी योगाचार्य हेमंत जोशी ने इस बात को सच साबित करके दिखाया है।

जिन्होंने देश-प्रदेश में योग का प्रशिक्षण देकर अच्छा मुकाम हासिल किया है। योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले चम्पावत (उत्तराखंड) में जन्मे वर्तमान में हल्द्वानी, नैनीताल निवासी योगाचार्य को देश की कई संस्थाओं ने भारत योग शिरोमणि, राष्ट्रीय योग गौरव योग रत्न जैसे अवार्ड से सम्मानित किया है। देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार से योग विज्ञान एवं मानव उत्कर्ष में परास्नातक करने के बाद पिछले डेढ़ दशक से उत्तराखंड के साथ साथ देश के कई राज्यों में लोगों को योग के माध्यम से शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखने का कार्य कर रहे हैं।

वह समय समय पर उत्तराखंड वानिकी प्रशिक्षण अकादमी, नेहरु युवा केंद्र, मेडिकल कालेज, स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनो, स्थानीय निकायों एवं जनप्रतिनिधियों आदि के सहयोग से कई जगहों में योग की कक्षा का आयोजन करते हैं। इसके अतिरिक्त अपनी संस्था श्री सिध्दम योग फाउंडेशन तथा योग एवं सांस्कृतिक परिषद् के द्वारा पूरे देश-प्रदेश में योग प्रशिक्षक उपलब्ध कराते हैं। आयुष मंत्रालय भारत सरकार तथा केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसन्धान परिषद् के तत्वावधान में विगत वर्षो से योग शिविर लगाकर जन-जन को जागरूक कर रहे हैं।

उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आज के दौर में योग से बेहतर कॅरियर का भी निर्माण किया जा सकता है। इस समय योग का देश ही नहीं पूरे विश्व में डंका बज रहा है। विश्व योग दिवस मनाने के साथ ही तेजी से योग लोकप्रिय हो रहा है। इससे युवाओं के सामने रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। आने वाले समय में हर विद्यालय में योग की क्लासेज चलेंगी, जिसके लिए सरकार प्रयासरत है। लिहाजा योग प्रशिक्षक बनकर रोजगार के अवसर भी लोगों को मिलेंगे। योग शिक्षक बनने के लिए जरूरी है कि आपको योग की पूरी समझ एवं जानकारी के साथ ही शरीर विज्ञान का ज्ञान होना चाहिए।

क्योंकि एक भी योगासन या प्राणायाम गलत तरीके से करेंगे या कराएंगे, तो वह नई परेशानी को जन्म दे सकता है। योग गुरु हेमंत का कहना है कि स्कूल-कॉलेजों में योग प्रशिक्षक बनने के अलावा, लेक्चरर, रीडर एवं प्रोफेसर बनने के विकल्प भी होते हैं। हॉस्पिटल्स, इंप्लायीज ट्रेनिंग सेंटर्स के अलावा निजी कंपनियों, होटलों में भी अपनी सेवाएं दे सकते हैं या खुद का योग सेंटर भी खोल सकते हैं। शुरुआती दौर में करीब 20 हजार रुपये कमा सकते है। आगे जाकर अपने बढ़ते हुए अनुभव और ज्ञान के आधार पर दो लाख रुपये प्रतिमाह तक कमाई कर सकते हैं। योग से शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक होता है।

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