हल्द्वानी। उत्तराखंड में देर रात कांग्रेस ने अपनी पहली सूची जारी की। कुमाऊं की सबसे वीआईपी सीट हल्द्वानी के लिए कांग्रेस ने सुमित हृदयेश को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया है। जैसे ही देर रात 11 बजे बाद लिस्ट जारी हुई तो सुमित हृदयेश का नाम आते ही समर्थकों ने खुशी का इजहार किया। टिकट की जंग में विजई हुए सुमित हृदयेश के सामने अब असली रण में उतर कर इंदिरा के गढ़ को बचाने की चुनौती है। News WhatsApp Group Join Click Now
उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा नाम रही स्व. इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद अब उनके बेटे सुमित हृदयेश हल्द्वानी सीट से चुनाव लड़ेंगे। 2002, 2012 और 2017 में तीन बार डॉ. इंदिरा यहां से विधायक रही थीं। जून में उनके निधन के बाद भी यहां उपचुनाव नहीं हुआ। ऐसे में आम चुनाव में टिकट को लेकर कई लोगों ने आवेदन किया। मगर सुमित अपने टिकट को लेकर शुरू से आश्वस्त थे। इंदिरा के चुनाव का पूरा मैनेजमेंट संभालने वाले सुमित पहली बार विधायक का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हालांकि, 2018 में हुए मेयर चुनाव में वह अपना दमदख दिखा चुके हैं। तब हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र में वह भाजपा के उम्मीदवार डॉ. जोगेंद्र रौतेला से आगे निकल गए थे।
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डॉ. इंदिरा हृदयेश के रहते हुए सुमित हृदयेश ने राजनीति में कदम रख लिया था। 2012 से 2018 तक वह मंडी सभापित रहे। पीसीसी मेंबर और एआइसीसी मेंबर रहते हुए भी उन्होंने संगठन के लिए काम किया। इसके अलावा कांग्रेस से जुड़े हर कार्यक्रम में उन्होंने मौजूदगी रहती है। हालांकि, टिकट दावेदारी को लेकर आम दावेदार की तरह उन्हें भी हर प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। लेकिन अंत में कांग्रेस ने अपनी बड़े नेता की विरासत सुमित हृदयेश को ही सौंपी। देर रात टिकट फाइनल होने पर समर्थक उन्हें बधाई देने के लिए घर पहुंच गए थे। वहीं, सुमित ने कहा कि पार्टी की उम्मीदों पर हर हाल में खरा उतरूंगा।
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इंदिरा यात्रा से मिली मजबूती : डॉ. इंदिरा के निधन के बाद सुमित ने इंदिरा विकास संकल्प यात्रा के जरिये हल्द्वानी विधानसभा के सभी वार्डों में लोगों से संपर्क किया। करीब तीन माह तक यह सिलसिला चलता रहा। इस दौरान उन्होंने लोगों से मां के अधूरे सपने पूरे करने को सहयोग भी मांगा। कोरोना काल की वजह से फिलहाल बड़ी रैलियों और कार्यक्रमों में प्रतिबंध है। ऐसे में इंदिरा विकास संकल्प यात्रा सुमित के लिए फायदेमंद होगी। क्योंकि, पूरे क्षेत्र में प्रचार का एक राउंड वह पूरा कर चुके हैं। क्या सुमित इंदिरा के गढ़ को बचाने में कामयाब रहेंगे यह हल्द्वानी की जनता 14 फरवरी को तय करेगी जिसका नतीजा 10 मार्च को आएगा…. खबरें वही जो समय पर मिले, तो जुड़िये हमारे WhatsApp Group से Click Now
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