नालागढ़ ब्रेकिंग : कबड्डी स्टार अजय ठाकुर ने दी अपने गुरु को शिक्षक दिवस की बधाई, बोले- आप न होते तो यह अजय, अजेय न होता

नालागढ़। हिमाचल प्रदेश के छोटे से गांव दभोटा के रहने वाले अजय ठाकुर वर्ल्ड कबड्डी स्टार गोल्ड मेडलिस्ट एवं पदम श्री अवार्ड से सम्मानित मौजूदा…

नालागढ़। हिमाचल प्रदेश के छोटे से गांव दभोटा के रहने वाले अजय ठाकुर वर्ल्ड कबड्डी स्टार गोल्ड मेडलिस्ट एवं पदम श्री अवार्ड से सम्मानित मौजूदा समय में डीएसपी के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। टीचर्स डे पर पर मीडिया से बातचीत करते हुए अजय ठाकुर ने अपने पहले गुरु व पिता छोटूराम और अपने गुरु नंदलाल ठाकुर को टीचर्स डे पर बधाई दी है और कहा है कि उनकी जिंदगी में अगर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण रोल उन्हें कामयाब करने के लिए किसी का रहा है तो वह है उनके गुरु नंदलाल ठाकुर। उन्होंने कहा कि वह गुरु नंदलाल ठाकुर के कारण ही उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। अजय ठाकुर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि स्पोर्ट्स तो उन्हें अपने परिवार से ही संस्कारों में मिला है। उन्होंने कहा कि परिवार में पहले उनके पिता रेसलर थे और उनके भाई कबड्डी खेला करते थे। उन्हें खेलों के प्रति प्रेरित भी उन्हीं के परिवार के सदस्य संजीव ठाकुर द्वारा किया गया है।

उन्होंने कहा कि कबड्डी में शुरुआती दिनों में उन्हें पहले उनके पिता द्वारा सपोर्ट किया गया और उसके बाद उनके गुरु नंदलाल ठाकुर ने सपोर्ट किया गया। जिसकी वजह से आज वह है एक वल्र्ड स्टार खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार जिंदगी में उतार-चढ़ाव आए लेकिन उनके गुरु ने कंधे से कंधा मिलाकर उनकी मदद भी की। कई बार जख्मी भी हुए लेकिन उनके गुरु ने हौसला बढ़ाया। जो खिलाड़ी जख्मों से ऊबर कर आगे आता है वह देश दुनिया में सफल खिलाड़ी बनता है। उन्होंने कहा कि उनकी जिंदगी में कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ाने में सबसे बड़ा योगदान उनके गुरु नंदलाल ठाकुर का है, जिनको वह इस टीचर्स डे पर बधाई देते हैं।
अजय ठाकुर ने देश के युवाओं को नशे से दूर रहने और अपने लक्ष्य के प्रति टाइम टेबल तैयार करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आने वाला दौर बहुत कठिन है और इससे पहले आज का युवा संभल जाए और अपने लक्ष्य के प्रति काम करें उन्होंने कहा कि जिंदगी में कुछ भी नामुमकिन नहीं है, बस जज्बा कुछ कर दिखाने का हो। उन्होंने युवा पीढ़ी से बार-बार नशों से दूर रहकर एक अच्छे नागरिक की तरह अपने लक्ष्य के प्रति जुनून से आगे बढ़ने की बात कही है।
इस बारे में अजय ठाकुर के पिता व उनके पहले गुरु छोटूराम से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि अजय ठाकुर को प्राथमिक तौर पर उनके द्वारा कबड्डी के लिए तैयार किया गया। उन्हें सुबह जल्दी उठकर पहले सड़क पर रेस के लिए तैयार किया जाता था और उसके बाद कबड्डी के गुर सिखाए गए। उन्होंने कहा कि जब अजय ठाकुर स्टेट लेवल पर करने लगा तो उनके गुरु नन्द लाल ठाकुर ने उन्हें तैयार किया गया । जिसके कारण अजय आज एक विश्व में कामयाब खिलाड़ी बनकर सामने आया है।

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