हल्द्वानी न्यूज: देवभूमि व्यापार मंडल के शिक्षा प्रकोष्ठ ने 5 सितम्बर को काला दिवस मनाने के लिये जनता से मांगा सहयोग

हल्द्वानी। कोविड काल में शिक्षा पर लगे ग्रहण पर एक परिचर्चा देवभूमि व्यापार मंडल शिक्षा प्रकोष्ठ द्वारा कुसुमखेड़ा में एक रेस्टोरेंट में आयोजित की गई…

हल्द्वानी। कोविड काल में शिक्षा पर लगे ग्रहण पर एक परिचर्चा देवभूमि व्यापार मंडल शिक्षा प्रकोष्ठ द्वारा कुसुमखेड़ा में एक रेस्टोरेंट में आयोजित की गई । जिसमें शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विकल बवाडी व प्रदेश सह संयोजक अभिषेक मित्तल ने प्रदेश के विभिन्न विद्यालय संगठनों से अपील की है कि सभी विद्यालय शिक्षक दिवस ( 5 सितंबर)को काला दिवस के रूप में मनाएं। उन्होंने बताया की इस आब्दोलन को डेवलपिंग स्कूल ऑफ उत्तराखंड, तराई इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन, रामनगर स्कूल एसोसिएशन , उधम सिंह नगर एसोसिएशन व प्राइवेट स्कूल ऑफ उत्तराखंड एसोसिएशन ने समर्थन दिया है।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि देवभूमि व्यापार मंडल के शिक्षक प्रकोष्ठ ने 364 दिन में से 1 दिन सम्मान हासिल करके शिक्षक को क्या मिलेगा, जबकि वर्तमान मे उसके सामने अपना और अपने परिवार का पेट भरने की चुनौती आ खडी हुई है। उन्होंने कहा है की विभिन्न विद्यालय संगठनों ने 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन काला दिवस मनाने का समर्थन किया है । कोविड काल में उच्च न्यायालय उत्तराखंड व सरकार से केवल ट्यूशन फीस जमा करने के आदेश के बाद भी अभी तक केवल 10 से 15% अभिभावकों ने फीस का भुगतान किया है। जिससे स्कूल प्रबंधन को शिक्षकों को वेतन देने में परेशानी उठानी पड़ रही है। इस कारण शिक्षकों को अपना जीवन निर्वाह करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि 5 सितंबर को सभी स्कूल प्रबंधक मुख्यमंत्री से विद्यालय के अध्यापकों के वेतन भुगतान हेतु आर्थिक पैकेज प्रदान करने की अपील करते हुये जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेजेंगे। क्योंकि विद्यालय की आमदनी का एक मात्र साधन फीस ही होती थी। फीस नहीं मिली तो शिक्षक की आजीविका का स्रोत बताया जाए। या सरकार स्वयं अध्यापकों के लिये कोई व्यवस्था करें।
उन्होने कहा कि विद्यालयों को आरटीई वर्ष 2019-20 अप्रैल तक का सरकार द्वारा भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। बैठक में इस भुगतान को जल्दी से जल्दी करने की मांग भी की गई। साथ ही प्रशासन से मांग की गई कि शिक्षक जगत में कोई व्यक्ति अथवा संस्था गलत है तो उसे चिन्हित करके दंडित किया जाए तथा शेष को उच्च श्रेणी में रखकर अपमानित न किया जाए। बैठक में जिला अधिकारी द्वारा ट्यूशन फीस संबंधित जांच कमेटी गठित करने का स्वागत किया गया। क्योंकि इससे सही और सत्य तथ्य जनता को प्राप्त हो सकेंगे। जिससे जो भी वस्तु स्थिति सोशल मीडिया द्वारा प्रचारित की जा रही है वह भी आम आदमी के सामने साफ हो सकेगी। देवभूमि व्यापार मंडल शिक्षा प्रकोष्ठ ने अभिभावकों से अपील की है कि वह भी यह ध्यान रखें कि विगत वर्षों में भी प्राइवेट विद्यालय सदा अपने अभिभावकों की जरूरत पर उनके साथ खड़े रहे । समय-समय पर उनके आर्थिक परेशानियों में भी फीस कटौती या फीस माफी द्वारा उनकी सदैव सहायता की गई। इन विषम परिस्थितियों में भी अपने विद्यालय प्रबंधन पर भरोसा रखते हुए उनसे बात करके अपनी समस्या का निराकरण करें। इसके अलावा देवभूमि व्यापार मंडल शिक्षा प्रकोष्ठ ने अभिभावकों से अपील की है कि 5 सितंबर को अपने विद्यालयों तथा शिक्षक गणों का उत्साह बढ़ाने के लिए उन्हें प्रेस मीडिया तथा अन्य विद्यालय के संचार माध्यमों से संदेश भेजें तथा हो सके तो कुछ प्रतिशत फीस जमा कराकर उनका वेतन जुटाने में अपने विद्यालय प्रबंधन की सहायता करें । शिक्षक दिवस की एक गरिमा ही रहने दें जब ज्ञान की रोशनी देने वाला सूर्य ही अंधकार में डूब जाएगा तो फिर इस समाज को साक्षरता के प्रकाश से कौन अवगत कराएगा। बैठक में देव भूमि उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष हुकुम सिंह कुंवर , विकल बवाड़ी, प्रदेश सह संयोजक मदन महर, अभिषेक मित्तल, राजेंद्र पोखरिया, राजेंद्र पांडे, अनुराग पांडे, मनोज उप्रेती, पृथ्वीराज सिंह , कंचन भट्ट , डी एस नेगी,
बसंत बल्लभ भट्ट,
प्रसून श्रीवास्तव , पुनीत गोयल, व अजय चौधरी आदि उपस्थित रहे।

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