लालकुआं। अखिल भारतीय किसान महासभा की “किसान यात्रा” जारी है। बिंदुखत्ता के खैरानी, इंद्रानगर गबदा, संजयनगर, ट्राली लाइन, राजीवनगर, घोड़ानाला, आदर्शगांव, पुरानाखत्ता में पर्चा वितरण व मीटिंग्स की गई। 25 जनवरी को शहीद स्मारक पर होने वाली “किसान रैली” की तैयारी जोरों से चल रही है।
विभिन्न बैठकों को संबोधित करते हुए किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने कहा कि, “मोदी सरकार यह दुष्प्रचार चला रही है कि किसानों का आंदोलन महज़ पंजाब-हरियाणा के किसानों का आंदोलन है और विपक्ष की साजिश है। जबकि यह आंदोलन न सिर्फ किसानों, बल्कि देश की आम-अवाम के संवैधानिक और बुनियादी अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे तमाम लोगों का आंदोलन है। यह देश की आज़ादी बचाने का आंदोलन है. इसलिए यह जरूरी है कि इस आंदोलन को देश की जनता का व्यापक समर्थन मिले।”
किसान महासभा के नैनीताल जिलाध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि, “यह देश, मेहनतकश अवाम का है, मज़दूर-किसान का है। किसी थैलीशाह या तानाशाह का नहीं। देश बचाने के लिए चल रहे इस किसान आंदोलन से समाज के विभिन्न तबकों का जुड़ना ज़रूरी है। मोदी सरकार को काले कानून वापस लेना ही होगा।”
किसान यात्राओं की विभिन्न टीमों में मुख्य रूप से आनन्द सिंह नेगी, बहादुर सिंह जंगी, डॉ. कैलाश पाण्डेय, ललित मटियाली, विमला रौथाण, किशन बघरी, आनन्द सिंह सिजवाली, एडवोकेट कैलाश जोशी, पंकज भट्ट, कमल जोशी, पुष्कर दुबड़िया, नैन सिंह कोरंगा, गोविंद सिंह जीना, राजेन्द्र शाह, ललित जोशी, मदन सिंह धामी, आनन्द सिंह दानू, दौलत सिंह कार्की, बिशन दत्त जोशी, विनोद कुमार, कमलापति जोशी, धीरज कुमार, एन डी जोशी, स्वरूप सिंह दानू, हरीश आर्य, काशीराम जोशी, हीरा सिंह नेगी, नारायण आदि शामिल रहे।