Big Breaking : चुकम गांव में कोसी ने फिर दिखाया रौद्र रूप, करीब 26 मकान बहे, ग्रामीणों ने जंगल में ली शरण

सैकड़ों नाली कृषि भूमि बर्बाद, फंसे हुए हैं दर्जनों परिवार सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा रामनगर तहसील अंतर्गत मोहान से सटा चुकम गांव एक बार फिर संकट…


  • सैकड़ों नाली कृषि भूमि बर्बाद, फंसे हुए हैं दर्जनों परिवार

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

रामनगर तहसील अंतर्गत मोहान से सटा चुकम गांव एक बार फिर संकट में है। इस गांव ने कई बार बाढ़ की विभीषिकाओं को झेला है, लेकिन आज तक इस गांव के विस्थापन की कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई है। बीते तीन दिन हुई पहाड़ों में भारी बारिश के बाद यहां लगभग 26 घर और तमाम कृषि भूमि कोसी में आई बाढ़ से बह गये हैं।

ज्ञात रहे कि चुकम कत्यूरी वंशजों द्वारा बसाया गया एक ऐतिहासिक गांव है। यह तीन ओर से कोसी नदी व एक ओर से जिम कार्बेट नेशनल पार्क से घिरा है। प्राकृतिक रूप से यह भले ही कितना खूबसूरत दिखता हो, लेकिन यहां विभीषिकाओं की कमी नहीं है। हर साल नदी में बाढ़ जैसे हालात पैदा जाया करते हैं। इस बार भी कोसी नदी ने यहां रौद्र रूप दिखाया है।

Uttarakhand : पानी के तेज बहाव में बह गई सीएम धामी के फ्लीट में लगी पुलिस कर्मियों की जीप

मंगलवार को एक बार फिर कोसी में आई बाढ़ से लोगों के घरों में पानी घुसना शुरू हो गया और देखते ही देखते लगभग 26 घर पानी के तेज बहाव में ढह गये हैं। हर तरफ यहां पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। गांव वालों ने इधर—उधर भाग कर अपनी जान बचाई है। यहां कई दर्जन परिवार अब भी फंसे हुए हैं, जिनका रेस्क्यू किया जाना है। कोसी नदी ने एक बार फिर अपना रूख बदला है और नदी गांव के बीचों बीच बहने लगी है। जल्द ही ग्रामीणों को एयरलिफ्ट किये जाने की बात कही जा रही है।

Uttarakhand : खाई में जा गिरी अनियंत्रित कार, ​5 की मौत, 02 गम्भीर

इधर चुकम गांव के मन्नू रावत ने बताया कि लगभग पूरे गांव को कोसी में आई बाढ़ ने बर्बाद कर दिया है। सारी खेती चौपट हो गई है और हर तरफ पानी ही पानी है। अधिकांश गांव वाले जंगलों को भाग गये हैं। जहां एक ओर उन्हें वन्य जीवों के हमले का अंदेशा है, वहीं गांव में जाने पर बाढ़ में बह जाने का खतरा।

हल्द्वानी : गौलापुल के क्षतिग्रस्त एप्रोच वॉल का निर्माण 15 दिन के भीतर शुरू होगा – सीएम धामी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *