सरसों तेल से करें स्किन से लेकर बालों और जोड़ों तक की समस्या दूर

आयुर्वेद के अनुसार, नाभि में सरसों का तेल लगाने आपके होंठ मुलायम रहते हैं। आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार हो सकता है। सोने से…

आयुर्वेद के अनुसार, नाभि में सरसों का तेल लगाने आपके होंठ मुलायम रहते हैं। आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार हो सकता है। सोने से पहले नाभि में सरसों का तेल लगाना फायदेमंद होता है।

बालों सरसों के तेल की मसाज करने से रूसी, बालों का झड़ना और असमय सफेद बाल की समस्‍या दूर हो जाती है। इसके लिए आप नियमित रूप से सप्‍ताह में 3 दिन सरसों का तेल से मसाज कर सकते हैं।

सरसों का उबटन बहुत फायदेमंद होता है। इसका इस्‍तेमाल बच्‍चों के साथ-साथ वयस्‍क भी कर सकते हैं। यह ब्‍लड सर्कुलेशन, चेहरे की झुर्रियां, त्‍वचा संबंधी संक्रमण को दूर करने के साथ नमी को बरकरार रखता है। इसे आमतौर पर सर्दियों में लगाना फायदेमंद होता है। उबटन बनाने के लिए सरसों को पीसकर उसमें थोड़ी मात्रा में तेल मिलाकर तैयार किया जाता है।

सरसों के तेल की शरीर में मालिश करने से न सिर्फ शरीर का ब्‍लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, बल्कि मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं। त्‍वचा में कसाव आता है। सप्‍ताह में 3 दिन आप सरसों का तेल मालिश कर सकते हैं। सरसों का तेल मालिश करने का सही तरीका यह है कि आप इसे एक कटोरी में गुनगुना कर लें और सुबह सवेरे उठकर सुर्योदय से पहले इसकी मालिश करें। अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो जोड़ों में नियमित रूप से सरसों के तेल की मालिश करें।

खाने में सरसों के तेल का इस्‍तेमाल सबसे ज्‍यादा होता है। अगर आप किसी तेल में सब्‍जी पका रहे हैं तो सरसों का तेल सबसे अच्‍छा माना जाता है। यह तेल एक उत्तेजक के रूप में जाना जाता है और आंत को पाचन रस का उत्पादन करने में मदद करता है, जो पाचन प्रक्रिया सुधारने में मदद करता है। साथ ही यही प्रक्रिया हमारे सिस्टम में गैस्ट्रिक रस के उत्पादन को बढ़ाकर भूख बढ़ाने में मदद करती है। सरसों के तेल में भोजन पकाने से पेट के रोग दूर हो जाते हैं।

साभार- जागरण

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