अग्निवीरों की भर्ती के लिए दो दिन में जारी होगी अधिसूचना : सेना उप प्रमुख

नई दिल्ली। सेनाओं में जवानों की नई भर्ती योजना अग्निपथ के विरोध में देशभर में मचे बवाल के बाद सेना ने भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू…

हल्द्वानी : इन जिलों के अग्निवीरों की यहां होगी भर्ती, यहां कराना होगा रजिस्ट्रेशन

नई दिल्ली। सेनाओं में जवानों की नई भर्ती योजना अग्निपथ के विरोध में देशभर में मचे बवाल के बाद सेना ने भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करने का ऐलान करते हुए आज कहा कि दो दिन में सेना की वेबसाइट पर इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी जायेगी और यदि सब कुछ योजना के अनुरूप होता है तो पहला अग्निवीर आगामी दिसम्बर के अंत तक रेजिमेंटों में पहुंच जायेगा।

अग्निपथ योजना के तहत ही होगी भर्ती

सेना ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में जवानों की भर्ती केवल अग्निपथ योजना के तहत ही की जायेगी और पुरानी प्रक्रिया के तहत अब भर्ती बंद कर दी गयी है। सेना की ओर से आंदोलन कर रहे युवाओं का आह्वान किया गया है कि वे आंदोलन छोड़कर भर्ती की तैयारी में जुट जायें क्योंकि भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है।

सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू ने कहा….

सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू ने शुक्रवार को यहां चुनिंदा पत्रकारों के साथ बातचीत में अग्निपथ योजना को लेकर विभिन्न सवालों तथा युवाओं में व्याप्त आशंकाओं के बेबाकी से जवाब दिये। उन्होंने कहा कि एक बार अग्निवीर के रूप में भर्ती होने वाला जवान सेना से बाहर आने के बाद पूर्व सैनिक के बजाय अग्निवीर ही कहलायेगा और देश में उसे गौरवपूर्ण दृष्टि से देखा जायेगा।

भर्ती से संबंधित अधिसूचना दो दिन में होगी जारी

उन्होंने कहा कि अग्निवीरों की भर्ती के संबंध में सरकार की ओर से स्वीकृति मिल गयी है और सेना की वेबसाइट पर दो दिन में अधिसूचना जारी कर दी जायेगी। इसके कुछ दिन बाद देश के हर क्षेत्र में सेना की जरूरत के हिसाब से भर्ती रैलियों का आयोजन किया जायेगा। इसके लिए उम्मीदवारों को ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। उन्होंने कहा कि यदि सबकुछ योजना के अनुसार होता है तो आगामी दिसम्बर तक पहला अग्निवीर रेजिमेंट में शामिल हो जायेगा।

अग्निवीरों जवानों की ऐसे होगी भर्ती

सेना उप प्रमुख ने कहा कि पहले दो वर्षों में 40-40 हजार, तीसरे वर्ष 45 हजार, चौथे वर्ष 50 हजार, फिर 90 हजार और बाद में एक लाख 20 हजार और इससे भी अधिक भर्ती की जायेगी। इसका लक्ष्य सेना में स्थायी जवानों तथा अग्निवीरों का अनुपात 50-50 प्रतिशत करना है। इससे सेना की औसत उम्र 32 वर्ष से घटकर 24 से 26 वर्ष हो जायेगी और युवा तथा अनुभवी सैनिकों के होने से सेना अधिक मजबूत बनेगी।

वेतन प्रक्रिया

उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को चार वर्ष के दौरान वेतन के रूप में 11 लाख 71 हजार रूपये और एकमुश्त सेवा निधि के रूप में 11 लाख 72 हजार रूपये की राशि मिलेगी। उन्होंने कहा कि यदि सेवा निधि की राशि को बैंक में रखा जाता है तो अग्निवीर को तीन वर्ष के लिए 18 लाख रूपये का रिण दिया जायेगा। इसके अलावा दसवीं पास अग्निवीर को चार वर्ष के बाद 12 वीं तक शिक्षा का प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा। साथ ही अग्निवीर को उसके ट्रेड के अनुरूप कौशल के स्तर का एक प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि भर्ती किये गये कुल अग्निवीरों के 25 प्रतिशत को चार वर्ष के कार्यकाल के बाद मेरिट तथा परीक्षा के आधार पर स्थायी जवान के तौर पर भर्ती किया जायेगा।

अग्निपथ योजना के फायदे

अग्निपथ योजना के फायदे गिनाते हुए ले़ जनरल राजू ने कहा कि इससे अग्निवीर को तो व्यक्तिगत फायदा होगा ही सेना को भी फायदा मिलेगा और बाद में देश को भी एक अनुशासित तथा कुशल और पारंगत नागरिक मिलेगा। भविष्य में नागरिक क्षेत्र में भी रोजगार के समय अग्निवीरों को सेना में कार्यकाल का लाभ मिलेगा क्योंकि उसे तमाम कसौटियों पर परख कर ही सेना में भर्ती किया जायेगा इसलिए नियोक्ताओं के मन में उसे नौकरी देने को लेकर कोई संकोच नहीं होगा। उन्होंने कहा, “अग्निवीर रिजेक्टिड व्यक्ति नहीं होंगे बल्कि सेलेक्टिड होंगे क्योंकि उन्हें तमाम मानदंडों पर खरा उतरने के बाद चुना जायेगा।”

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