अल्मोड़ा न्यूज : नये—नये पार्किंग स्थलों की बजाए सार्वजनिक यातायात को दें बढ़ावा ! सड़क पर पैदल व साइकिल यात्रियों को भी मिले उनका हक, अमन की वेबिनार में उठा बड़ा मुद्दा

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा लगातार नए—नए पार्किंग स्थलों का निर्माण किसी समस्या का समाधान नही है। जरूरत है कि सार्वजनिक यातायात को बढ़ावा दिया जाये। अहम…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

लगातार नए—नए पार्किंग स्थलों का निर्माण किसी समस्या का समाधान नही है। जरूरत है कि सार्वजनिक यातायात को बढ़ावा दिया जाये। अहम बात यह है कि सड़क पर पहला हक राहगीरों का होना चाहिए। नीति निर्धारकों को यह भी सोचना होगा कि भारी ट्रेफिक के बीच पैदल यात्री कहां चलेगा और साइकिल यात्री कहां से होकर गुजरेगा ? नगर क्षेत्र से जुड़े यह अहम मुद्दे अमन संस्था की ओर से आयोजित वेबिनार में उठे।
वेब चर्चा में लोगों ने कहा कि अल्मोड़ा नगर क्षेत्र में सड़कों में फुटपाथ, स्कूलों ओर व्यस्त स्थानों पर राहगीरों के लिए जेब्रा क्रासिंग बनाने की सख्त जरूरत है। पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि अल्मोड़ा नगर में यातायात का बढ़ता बोझ राहगीरों के अधिकारों में आड़े आ रहा है। उन्होंने कहा कि नए पार्किंग बनाने के साथ ही हम यदि अतिक्रमण को लेकर सजग रहे तो काफी हद तक पैदल चलने वालो के लिए सु​रक्षित पथ बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि पालिका स्तर से वह लगातार सरकार द्वारा बनाई गई सड़क सुरक्षा समिति के सम्मुख यह बात उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, पीडब्लूडी को भी संयुक्त रूप से इस संबंध मे सोचना होगा। पुणे से राष्ट्रीय सतर पर पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए कार्य करने वाले समनेट के सुजीत पटवर्द्धन ने कहा कि लगातार पार्किग बनाना भी इसका हल नहीं है। सार्वजनिक यातायात को जरूर बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि पुणे जैसे शहर में भी प्रतिदिन 700 से 800 वाहन पंजीकृत होते हैं। ऐसी स्थिति में घर में गैराज या सीमित पार्किग इस समस्या का हल नहीं है। इसके लिए विशेष नीति नीतिनिर्धारकों की ओर से बनाई जानी चाहिए। बेविनार में पुलिस विभाग की ओर से एसएसपी के प्रतिनिधि यातायात ​निरीक्षक जीएस हरड़िया शामिल हुए। उन्होंने भी कहा कि विभाग लगातार अपने संशाधनों से नियमों के तहत यातायात नियंत्रण और लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरुक करते आ रहा है। वेबिनार में अमन के संयोजक रघु तिवारी ने कहा कि पैदल यात्रियों के अधिकारों का संरक्षण सरकार के एजेंडे मेे होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समनेट के साथ किए गए लगे अध्ययन, जन जागरुकता और कार्यशालाओं के बाद कई जरूरी कदम उठाने की जरूरत सामने आई है। उन्होंने कहा कि हमें सार्वजनिक यातायात की ओर बढ़ना चाहिए, क्योंकि नीजि वाहन कभी भी सार्वजनिक यातायात की कमी को पूरा नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के दौरान जहां सार्वजनिक वाहन बंद हुए उसने आवागमन की समस्या को विकराल कर दिया। उन्होंने कहा कि यह हमे सोचना होगा कि साइकिल कहां चलेगी, राहगीर कहां चलेगा यह हमे सोचना होगा। अमन से नीलिमा भट्ट ने भी कहा कि अल्मोड़ा में सिटी बस, जेब्रा क्रासिंग और फुटपाथ के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है साथ ही वह पिछले एक साल से इस मुद्दे को समाज और प्रशासन के सम्मुख रख रहे हैं। सामाजिक कार्यकता विनीत बिष्ट ने कहा कि चर्चा के साथ ही जिम्मेदार लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। लता पांडे ने सड़क सुरक्षा परिषद बनाने की मांग उठाई। साथ ही स्कूलों और अस्पतालों के समीप जेब्रा क्रासिंग बनाने की मांग की कहा कि इस अस्तव्यस्ता का सबसे अधिक परेशानी राहगीर ही भुगतता है। वेबिनार में सामाजिक कार्यकर्ता लता पाडे, विनीत बिष्ट, विनय किरौला,संजय पांडे,कल्याण मनकोटी,दीपक मेहता, गिरीश गोस्वामी, दयाकृष्ण कांडपाल, दन्या से ​गोविंद गोपाल, आशीवार्द गोस्वामी,डा. ललित जोशी, कल्याण मनकोटी, पत्रकार किशन जोशी,मनोज सिंह पंवार,प्रमोद जोशी सहित अनेक लोगों ने आॅन लाइन जुड़ कर अपने विचार रखे। इन वक्ताओं ने एलआरसाह सड़क में सड़क की स्थिति पर भी खुल कर अपनी बात रखी।

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