HomeUttarakhandAlmoraअल्मोड़ा: जल निगम गेट पर ताला जड़ने से भड़का जनाक्रोश

अल्मोड़ा: जल निगम गेट पर ताला जड़ने से भड़का जनाक्रोश

👉 विधायक मनोज तिवारी ने ताला तोड़ खुलवाया गेट
👉 लोअर माल रोड के जल निगम परिसर में धरना—प्रदर्शन
👉 विधायक ने जनहित की अनदेखी पर शासन—प्रशासन को चेताया

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: लोअर माल रोड अल्मोड़ा में स्थित उत्तराखंड जल निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय के गेट पर आज सुबह हंगामा खड़ा हो गया। वजह यह थी कि सालों—साल से सरकार की आली के करीब सौ—डेढ़ की आबादी के इस आम मार्ग के गेट पर जल​ निगम ने एकाएक ताला जड़कर क्षेत्रीय लोगों की आवाजाही बंद कर दी। इससे भड़के लोग बड़ी संख्या में जल निगम के गेट पर पहुंचे और वहीं गेट खोलने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए और उन्होंने वहां पर प्रदर्शन किया। विधायक मनोज तिवारी परेशान लोगों के साथ खड़े हुए और ताला तोड़ गेट खुलवाया। 👇👇

जैसे ही मामला विधायक मनोज तिवारी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने जल निगम के अधीक्षण अभियंता से संपर्क करना चाहा, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हुए। इसके बाद विधायक खुद धरनास्थल पर पहुंचे और समस्या सुनी। जल निगम के अधीक्षण अभियंता की हठधर्मिता पर कड़ा ऐतराज जताते हुए ताला तोडत्रकर रास्ता आवाजाही के लिए खोला। साथ ही चेतावनी दी कि यदि दुबारा ताला लगाकर जनहित की अनदेखी की गई, तो किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। धरनास्थल पर अपने संबोधन में विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि लोअर माल रोड से सटे ग्राम सरकार की आली के लगभग सौ—डेढ़ सौ परिवार जल निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय के नीचे की ओर रहते हैं और जब ये विभाग का कार्यालय यहां पर नहीं था, उससे पहले से ही लोग यहां पर बसासत करते आ रहे हैं। इससे पहले भी कई अधीक्षण अभियंता रहे हैं, उन्होंने कभी भी लोगों की आवाजाही बंद की, क्योंकि इस क्षेत्र के लोगों का एक यही मुख्य रास्ता है। 👇👇

विधायक ने कहा कि पूर्व में यहां के निवासियों के साथ उनकी अधीक्षण अभियंता से शिष्टाचार मुलाकात हुई थी। जिसमें अनुरोध किया गया था कि इस गेट को या तो इसे खुला रखा जाए या यहां पर किसी व्यक्ति को बिठाया जाए और आबादी के लोगों को पास जारी किए जाएं, ताकि वाहन वाले लोगों को आने—जाने के लिए सिक्योरिटी गार्ड गेट खोले। उन्होंने बताया कि उस दिन अधीक्षण अभियंता ने 7 दिन का समय दिया था कि ऐसी व्यवस्था की जाएगी। मगर एक माह बाद व्यवस्था तो नहीं हुई, उल्टा गेट पर ताला लगा दिया गया। इसके परेशान होकर मजबूरन यहां के लोगों को धरने पर बैठना पड़ा। मरीजों को लाने ले जाने में असुविधा हो रही हैं। उन्होंने कहा है कि जनहित को देखते हुए आज उन्हें मजबूरन गेट को खोलना पड़ा है। उन्होंने जल निगम के अधीक्षण अभियंता समेत शासन—प्रशासन को चेतावनी है कि जो जनहित के मामलों में सहयोग करते हुए इस गेट को दुबारा बंद करने का कृत्य नहीं किया जाए। उन्होंने क्षेत्रवासियों को भी आश्वासन दिया कि वे सदैव उनके साथ खड़े हैं। 👇👇

विधायक मनोज तिवारी ने बताया कि वर्ष 2014, 15 व 16 में कांग्रेस सरकार और उनके विधायक रहते उत्तराखंड पेयजल निगम गेट लोअर माल रोड से लेकर नीचे बसी आबादी के निकट सिद्धेश्वर महादेव मंदिर तक मोटरमार्ग स्वीकृत हुआ है, उसके लिए टोकन मनी भी जारी हुई थी। जिसके निर्माण कार्य के प्रथम चरण की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति वर्ष 2015 में मिल चुकी थी और सर्वेक्षण कार्य भी हो चुका था, लेकिन आज तक इस मार्ग कोई निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। जिससे जल निगम परिसर के नीचे रहने वाली बड़ी आबादी मोटरमार्ग से वंचित है। उन्होंने लोनिवि प्रांतीय खंड अल्मोड़ा के ईई को पत्र लिखकर इस सड़क के निर्माण के लिए प्राकल्लन नवीन दरों के आधार पर तैयार कर शीघ्र शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। 👇👇

धरना—प्रदर्शन में विधायक मनोज तिवारी, जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, ग्राम प्रधान सरकार की आली धीरेंद्र सिंह गैलाकोटी, एससी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष किशन लाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य देव कुमार, अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्र बाराकोटी, केसी आर्या, युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव दीपक कुमार, बहादुर राम, जीवन लाल टम्टा, शंकर लाल, नवल बिष्ट, अमित बिष्ट, नितिन रावत, सरस्वती आर्य, राजेंद्र प्रसाद समेत दर्जनों लोग शामिल रहे।


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