रेप कांड, पूरी कहानी : फफक—फफक कर रो पड़ी महिला वकील, कही इतनी बड़ी बात

सीएनई रिपोर्टर कानपुर के पॉश इलाके गुलमोहर रेजीडेंसी अपार्टमेंट में 19 साल की युवती का रेप करने के बादउसे 10वें फ्लोर से नीचे फेंक उसकी…

सीएनई रिपोर्टर

कानपुर के पॉश इलाके गुलमोहर रेजीडेंसी अपार्टमेंट में 19 साल की युवती का रेप करने के बादउसे 10वें फ्लोर से नीचे फेंक उसकी हत्या के बहुचर्चित मामले की जांच को देश के चर्चित निर्भया कांड के आरोपितों को फांसी की सजा दिलाने वाली अधिवक्ता सीमा कुशवाहा खून के धब्बे देखकर फफक—फफक कर रो पड़ी। उन्होंने कहा कि वह निर्भया के कातिलों की तरह रेप के इस आरोपी को फांसी की सजा दिलाकर ही रहेंगी।

यह है बहुचर्चित रेप कांड

आपको याद दिला दें कि कल्याणपुर थाना क्षेत्र के गुलमोहर अपार्टमेंट में रहने वाले मार्डन डेयरी का मालिक प्रतीक वैश्य 21 सितंबर को 19 वर्षीय पर्सनल सेक्रेटरी (पीए) को आफिशियल काम का झांसा देकर अपने फ्लैट पर लाया था। इसके बाद उसने फ्लैट का दरवाजा बंद करके उसके साथ रेप किया। विरोध करने और पुलिस की शिकायत की बात कहने पर उसने अपनी पीए की दसवीं मंजिल से फेंक कर हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी प्रतीक के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करने के बाद गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।

हैवानियत के निशान देख रो पड़ी महिला वकील, उठाये बड़े सवाल !

मामले की जानकारी पर शुक्रवार की रात सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सीमा कुशवाहा सहयोगियों के साथ कानपुर पहुंची। कल्याणपुर थाने में इंस्पेक्टर वीर सिंह से कई बिंदुओं पर बात की। महिला वकील ने यहां पर वह गुलमोहर अपार्टमेंट के उस कमरे का और जिस जगह मृतका का शव पड़ा था मौका मुआवना किया। उन्होंने कहा कि रेप किलिंग के आरोपित रईसजादे प्रतीक वैश्य को फांसी दिलाने का प्रण लेती हूं। ऐसे हैवानों को फांसी से कम सजा नहीं होना चाहिये, ताकि देशवासियों का कानून पर विश्वास बना रहे। उन्होंने कहा कि आरोपित के माता-पिता ने पुलिस को गुमराह किया, फिर भी पुलिस ने उन्हें मुल्जिम क्यों नहीं बनाया। जब पुलिस से न्याय नहीं मिला, तभी पीड़ित परिवार को सड़क पर उतरकर आंदोलन करना पड़ा। अपनी आवाज उठाना उनका संवैधानिक अधिकार है। फिर भी प्रशासन ने उनके खिलाफ ही मुकदमा लिख दिया, लिहाजा उस मुकदमे को वापस लिया जाना चाहिए।

इसी बिल्डिंग से नीचे फेंक कर दी थी लड़की की हत्या

उस जगह को नमन जहां पड़ी थी लाश

थाना में इंस्पेक्टर से बातचीत के बाद अधिवक्ता सीमा कुशवाहा गुलमोहर अपार्टमेंट पहुंची। यहां पर उस जगह को नमन किया जहां पर दुष्कर्म पीड़िता का शव पड़ा था। खून के धब्बे को नमन कर सीमा ने प्रण लिया कि आरोपित रईसजादे प्रतीक वैश्य को कोर्ट के जरिये फांसी की सजा दिलाऊंगी। इस दौरान वह फफक कर रो पड़ी और कहा कि ऐसे हैवान को समाज में रहने की जगह नहीं है। सीमा 10वीं मंजिल के उस फ्लैट पर पहुंची जहां पर आरोपित ने युवती के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया था और फ्लैट की बालकनी से नीचे फेंक दिया था।

परिजनों पर क्यों दर्ज हुए मुकदमें ?

सीमा कुशवाहा ने कहा कि पुलिस ने परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है, जबकि परिजनों का लोकतांत्रिक अधिकार है न्याय न मिलने की उम्मीद पर विरोध करना। परिजनों समेत उन सभी लोगों के मुकदमें वापस होना चाहिये जो न्याय के लिए विरोध कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आरोपित प्रतीक वैश्य ने वारदात के बाद अपने माता-पिता के फ्लैट में शरण ली थी। लिहाजा उन्हें भी साजिश रचने की धारा का मुल्जिम बनाया जाना चाहिए।

सीसीटीवी फुटेज जहां लड़की आरोपी के साथ जाती दिख रही है।

बहुत बेशर्म है यह रेपिस्ट

ज्ञात रहे कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद भी आरोपी को कोई पछतावा नहीं है। उसने पुलिस से ये भी कहा कि सब कुछ थोड़े दिन का है, बाद में मैनेज हो जाएगा। यानी उसे पूरी उम्मीद है कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद भी वह बच जायेगा।

करोड़पति रेपिस्ट का बाप भी अपराधी

सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सीमा समृद्धि ने बताया कि युवती से रेप करके उसे दसवीं मंजिल से नीचे फेंक कर हत्या करने का आरोपी डेयरी संचालक प्रतीक वैश्य करोड़पति है। उसके पिता डॉ. एसके वैश्य पर पहले से ही 12 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हो चुके हैं।

महिला अधिवक्ता

अय्याशी का अड्डा था इसका घर, पुलिस ने दिखाई नरमी

गुलमोहर रेजीडेंस में अपने फ्लैट को अय्याशी का अड्‌डा बना रखा था। पूरी सोसायटी प्रतीक की हरकतों से त्रस्त थी। इसके बाद भी वह खुले आम घूम रहा है। रसूखदार होने के चलते कल्याणपुर पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद सख्ती से पेश आने की बजाए हत्यारोपी से बहुत सहानुभूति दिखाई। इसके चलते उन्हें अब कल्याणपुर थाने की पुलिस पर भरोसा नहीं रह गया है। अब वह मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए शासन से पैरवी करेंगी। इतना ही नहीं एफआईआर की कॉपी पढ़ने के बाद उन्होंने बताया कि एफआईआर में जब रेप की धारा है तो छेड़खानी की नहीं लगानी चाहिए थी, लेकिन कल्याणपुर पुलिस ने आरोपी को फायदा पहुंचाने के लिए रेप के साथ छेड़खानी की भी धारा लगाई है। इसके साथ ही एफआईआर में और भी कई झोल हैं। अब वह पुलिस की जांच होने और चार्जशीट शामिल होने तक केस पर पूरी निगरानी बनाए रहेंगी।

रेप हुआ या नहीं, विरोधाभासी बयान

ज्ञात रहे कि युवती की जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई थी, उससे मौत से पहले युवती के साथ हुई दरिंदगी की पूरी तस्वीर सामने आ गई थी। युवती के प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान मिले। हाथों में सिगरेट से दागने के निशान थे और हाथ, पैर व सिर की हड्डियां टूटी हुई थी। पुलिस कमिश्नर असीम अरूण ने मीडिया को बताया कि युवती के साथ रेप में असफल होने पर आरोपी ने उसे दसवीं मंजिल से नीचे फेंक दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं बृजेश श्रीवास्तव (एडीसीपी वेस्ट) के मुताबिक आरोपी प्रतीक ने पुलिस को कड़ी पूछताछ में बताया कि उसने युवती को पैसों का लालच देकर शारीरिक संबध बनाने की बात कही थी, लेकिन जब युवती नहीं मानी तो उससे जबरन रेप कर डाला। रेप से परेशान युवती ने पुलिस थाने जाने की बात कही तो पुलिस शिकायत की धमकी से डरे दरिंदे प्रतीक ने उसे बॉलकनी से नीचे फेंक दिया। यानी पुलिस के बयानों में ही इस बात का विरोधाभास है कि युवती के साथ आरोपी ने रेप किया था या रेप का प्रयास किया था।

पुलिस गिरफ्त में रेप का आरोपी प्रतीक और मृतका (फोटो पहचान छुपाने को ब्लर कर दी गई है)

यह है घटना है पूरी कहानी —

  • 18 सितंबर को युवती प्रतीक के पास नौकरी मांगने के लिए आई थी।
  • इसके बाद इंटरव्यू लेकर प्रतीक ने उसे 8,000 रुपए प्रति माह की सैलरी पर रख लिया।
  • 19 सितंबर को युवती सुबह 7 बजे ऑफिस आई और शाम 6 बजे अपने घर चली गई।
  • 20 सितंबर को अगले दिन प्रतीक युवती को नारामऊ स्थित अपने ऑफिस से इंद्रानगर स्थित अपने फ्लैट गुलमोहर अपार्टमेंट्स में गाड़ी से लेकर आया।
  • पुलिस का दावा है कि युवती ने प्रतीक को आर्थिक तंगी के कारण उसे नौकरी की सख्त जरूरत होना बताया था। युवती की इसी जरूरत को आरोपी प्रतीक भांप गया था।
  • 21 सितंबर को भी प्रतीक शाम 4:30 बजे करीब युवती को ऑफिस से अपने फ्लैट में लेकर आया था।
  • इस दौरान प्रतीक ने युवती को पैसे के बदले शारीरिक संबंध बनाने की बात कही, जिसे युवती ने नकार दिया।
  • पुलिस ने बताया कि इसके बाद प्रतीक ने युवती के साथ रेप किया।
  • आरोपी प्रतीक ने पुलिस को बताया कि युवती ने पुलिस से शिकायत करने की बात कही, जिसके बाद उसने उसे रोका। इसके बाद जब युवती ने भागने की कोशिश की तो आरोपी ने मेन गेट बंद कर दिया और उसे बालकनी की तरफ ले गया।
  • आरोपी ने पहले युवती को समझने की कोशिश की थी, उसके न मानने पर प्रतीक ने उसे 10वीं मंजिल से नीचे गिरा दिया था। 10वीं मंजिल से नीचे गिरने के कारण युवती की मौत हो गई थी।
  • घटना के बाद युवती की बहन की तहरीर पर पुलिस ने मामले में केस दर्ज किया था।
  • पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी कैमरे में आरोपी प्रतीक का युवती के साथ गाड़ी से आना, युवती को गाड़ी से उतारकर अपने फ्लैट में ले जाना और युवती को नीचे फेंकने का फुटेज कैद हो गया है।
  • पुलिस ने बताया कि आरोपी की निशानदेही पर मृतका का मोबाइल बरामद कर लिया गया है, जिसे उसने छिपा कर रखा था।
  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मृतका के प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान मिले हैं. हाथों में सिगरेट से दागने जैसे निशान भी हैं। हाथ-पैर और सिर की हड्डियां टूटी पाई गई हैं।
  • पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृतका का ज्यादा खून बह जाना भी मौत का एक कारण बताया गया है।
  • अब यह केस देश के चर्चित निर्भया कांड के आरोपितों को फांसी की सजा दिलाने वाली अधिवक्ता सीमा कुशवाहा के हाथ में हैं, जिनका प्रण है कि इस रईसजादे को वह सूली पर चढ़ा कर ही रहेंगी।

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