✒️ तो क्या फेक है ‘इंडियन आइडल’ की रियलिटी !
CNE DESK/ इंडियन आइडल की रियलिटी : टीवी की स्क्रीन में दिखाए जाने वाले रियल्टी शो की हकीकत एक बार फिर बेनकाब हो गई है। इस बार प्रसिद्ध शो ‘इंडियन आइडल’ (Indian Idol) की रियलिटी पर सवाल उठे हैं। जो कि किसी बाहर वाले ने नहीं, बल्कि स्वयं इस प्रसिद्ध सिंगिंग रियलिटी शो के होस्ट रह चुकी मिनी माथुर ने उठाये हैं। मिनी ने जो कुछ कहा है उससे यह रियलिटी शो पूरी तरह एक्सपोज हेा चुका है।
छोटे पर्दे के फेमस सिंगिंग रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल’ एक बार फिर विवादों में आ गया है। सालों से दर्शकों का मनोरंजन करते आ रहा ‘इंडियन आइडल’ ने प्रतिभाशाली लोगों को बड़े सिंगर्स की श्रेणी में शामिल होने का मौका दिया है। इसके बावजूद कुछ तो ऐसा है कि जो इस शो में सही नहीं चल रहा है। इस संबंध में मिनी माथुर का आरोप है कि इस शो में अब रियलिटी जैसा कुछ नहीं रहा है।
मिनी माथुर ने लगाए आरोप
बता दें कि मिनी माथुर एक फेमस एक्ट्रेस व मॉडल हैं तथा सिंगिंग रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल’ के पूरे 06 सीजन होस्ट कर चुकी हैं। वह यदि कोई आरोप लगा रही हैं तो उसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा है कि ‘इंडियन आइडल’ होस्ट करने के बाद अचानक उन्होंने यह शो हमेशा के लिए छोड़ने का निर्णय लिया। मिनी माथुर ने इस शो छोड़ने की वजह भी सार्वजनिक कर दी है।
मिनी माथुर ने कही यह बात
बकौल मिनी माथुर, ” मुझे शो के हर एक इंसान काफी लगाव था। मैं कंटेस्टेंट्स को अपने घर डिनर के लिए भी बुलाती थी। पर फिर धीरे-धीरे शो इस शो ने अपना charm
खो दिया। हमारे producers मेरे पास आते और कहते कि अभी वो धरम जी और हेमा आ रहे हैं, उनका कुछ मोमेंट करना है। मैंने कहा कि मोमेंट करते हैं कि होता है। ये ऐसा कुछ नहीं है, जो मैं करने जा रही हूं। यह सिर्फ idol नहीं था।’
कंटेस्टेंट से बोलते ”रिश्तेदार को देखकर हैरान हो जाओ”
मिनी ने बाताया कि एक बार उनसे कहा गया कि एक contestant अपने रिश्तेदार को देखकर हैरान हो जाएगा, जबकि उसे पहले से पता था कि शो में उसका रिश्तेदार आने वाला है। मिनी माथुर ने कहा कि यह सब फेक चीजें देख उन्होंने फैसला ले लिया कि अब वह इस शो में नहीं रहेंगी। उन्होंने पूरे 6 सीजन किए और इसके बाद महसूस किया कि यह शो केवल पैसा कमाने की जुगत में लगा है।
टीआरपी के लिए इमोशनल कार्ड खेले जाने के लगते रहे हैं आरोप
इंडियन आइडल के जजों का बात-बेबात आंसू निकालने को लेकर भी इमोशनल कार्ड खेले जाने का आरोप पूर्व में लग चुका है। आरोप है कि जजों का रोना तो यहां साफ ओवरएक्टिंग लगती है। जो सिर्फ टीआरपी के लिए किया जाता है।