अल्मोड़ाः करोड़ों की सरयू-बेलक योजना को रामभरोसे छोड़ा, कुंजवाल को स्थलीय निरीक्षण में मिली बड़ी खामियां, सख्त नाराजगी

अल्मोड़ा। सरकारी हीलाहवाली, मनमानी व घोर लापरवाही का एक ताजा नमूना करोड़ों की लागत से बनी सरयू-बेलक पंपिंग पेयजल योजना बनी है। योजना में खामियां…


अल्मोड़ा। सरकारी हीलाहवाली, मनमानी व घोर लापरवाही का एक ताजा नमूना करोड़ों की लागत से बनी सरयू-बेलक पंपिंग पेयजल योजना बनी है। योजना में खामियां तब उजागर हुई, जो विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल इस योजना के निरीक्षण को जा पहुंचे। इतनी बड़ी योजना को मात्र एक पंप हांफते-हाफंते चला रहा है। हद तो ये है कि हस्तांतरण से पहले ही इसके पंप खराब हो गए। श्री कुंजवाल ने इस हालत पर कड़ी नाराजगी जताई और मामले पर कठोर कार्रवाई का आश्वासन क्षेत्रवासियों को दिया है।
दरअसल, विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल सरयूघाटी क्षेत्र के आरा सलपड़ इलाके में क्षेत्रीय जनता की समस्याओं से रूबरू होने पहुंचे थे। जहां उन्होंने ग्राम काभड़ी में स्व. सुन्दर प्रकाश के आवास स्थान पहुंचे, जहां शोक संतप्त उनके परिवार को उन्होंने सांत्वना दी। इसके बाद लोगों की समस्याएं सुनने के दौरान श्री कुंजवाल के संज्ञान में सरयू-बेलक पंपिंग पेयजल योजना से जुड़ी प्रमुख समस्या आई। श्री कुंजवाल इसी भ्रमण के दौरान इस योजना के स्थलीय निरीक्षण को जा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाया कि योजना में काफी गड़बड़ियां शुमार हैं। उन्हें क्षेत्रवासियों ने इस योजना में विभागीय अधिकारियों की मनमानी, अनदेखी व हेराफेरी के बारे में बताया। उन्होंने कर्मचारियों से भी जानकारियां ली। निरीक्षण में उन्होंने योजना में अनेक खामियां पाईं। मामला इतना गंभीर है कि हस्तांतरित होने से पहले ही पम्प खराब हो चुके हैं। इतनी बड़ी योजना में मात्र एक मोटर से काम चलाया जा रहा है। एकमात्र पंप के पंपिंग में थक जाने के कारण कर्मचारियों द्वारा बार-बार बन्द कर पेयजल लिफ्ट किया जा रहा है। नदी का पानी मुख्य टैंक तक नहीं पहुंच पाता। ऐसे में गधेरे का पानी टैंक में छोड़ा गया है। टैक के किनारों में मिट्टी भरी है, मगर पानी फिल्टर की कोई व्यवस्था नहीं है।
यह खामियां देख श्री कुंजवाल बेहद खफा हुए। विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल द्वारा जल्द ही जल निगम द्वारा व्यवस्था दुरुस्त करवाने का आश्वासन क्षेत्रीय लोगों को दिया। श्री कुंजवाल ने कहा करोड़ों की लागत से योजना अस्तितव में आई, मगल घोर लापरवाही से इसे अधर में लटकाया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग की मुख्य नलकूप सहित वितरण लाइनों में खामियों को पत्राचार के माध्यम से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा और अगर इसे सुधारने में ढुलमुल रवैया अपनाया गया और समस्या पूरी तरह से हल नहीं की गई, तो अग्रिम कार्यवाही के लिए विभाग स्वयं जिम्मेदार होगा। भ्रमण में काभड़ी से क्षेत्र पंचायत सदस्य दिनेश जोशी, निवर्तमान प्रधान आरा सल्पड़ दयाकृष्ण पांडेय, सामाजिक कार्यकर्ता कमल बिष्ट, प्रधान काभड़ी गोधन राम, चंदन बोरा, जीवन सिंह आदि समेत कई क्षेत्रीय लोग मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *