Almora Special: मां नंदा-सुनंदा की शोभायात्रा में उमड़ा आस्था का समुद्र

सांस्कृतिक नगरी मां के जयकारों से गूंजी, पूरा माहौल नंदामय डोले पर हुई पुष्पवर्षा, अद्भुत नजारे के गवाह बने लाखों नयन सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ासांस्कृतिक नगरी…

  • सांस्कृतिक नगरी मां के जयकारों से गूंजी, पूरा माहौल नंदामय
  • डोले पर हुई पुष्पवर्षा, अद्भुत नजारे के गवाह बने लाखों नयन

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा बुधवार को मां नंदा-सुनंदा के जयकारों से गुंज उठी और पूरा माहौल नंदामय रहा। मां के प्रति अटूट आस्था का ऐसा समुद्र उमड़ा कि चप्पे-चप्पे पर लोगों के हुजूम रहा। पूरे बाजार में दोनों से मां के डोले पर चावल व पुष्पों की वर्षा होती रही। डोले की एक झलक पाने के लिए लोगों में जबर्दस्त होड़ रही। वहीं शोभायात्रा में भक्त मां के भजनों में झूमते हुए आगे बढ़ रहे थे। यह अद्भुत नजारा मां नंदा-सुनंदा की भव्य शोभायात्रा का था। गत पहली सितंबर से यहां चले ऐतिहासिक नंदादेवी मेले के आखिरी दिन आज अपार श्रद्धा के साथ मां शोभा यात्रा निकली।

बुधवार को परंपरानुसार चंद राज परिवार के सदस्यों ने ड्योढ़ीपोखर स्थित चंद राजाओं की कुलदेवी के मंदिर व नंदादेवी मंदिर में मां नंदा-सुनंदा की विशेष पूजा अर्चना की। सायं करीब साढ़े चार बजे मां के जयकारों के साथ नंदादेवी मंदिर से नंदा-सुनंदा की शोभायात्रा शुरू हुई। जो परम्परागत मार्ग से होते हुए माल रोड में सेंट्रल बैंक के समीप पहुंची, जहां से परंपरानुसार ड्योड़ीपोखर स्थित चंद राजाओं के कुलदेवी के मंदिर को मां के डोला का दर्शन कराया गया और इस दौरान मंदिर से राज परिवार की महिलाओं व पारिवारिक सदस्यों ने कुल पुरोहित नागेश पंत, व हरीश पंत आदि ने डोले की आरती उतारी। इसके उपरांत शोभायात्रा सीढ़ी बाजार से मुख्य बाजार में पहुंची और कारखाना बाजार, कचहरी बाजार, खंजाची बाजार व थाना बाजार होते हुए देर शाम दुगालखोला स्थित डोबानौला पहुंची, जहां जयकारे के बीच नंदा-सुनंदा की मूर्तियों का विसर्जन हुआ। मां को भक्तों ने बेहद भावुक होकर विदाई दी।

शोभायात्रा में हजारों की तादाद में भक्त उमड़े। महिलाएं पारम्परिक वेशभूषा में शामिल हुई। शोभायात्रा मार्ग दोनों ओर से लोगों की भीड़ से खचाखच भरा रहा। हालात ऐसे थे कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर निकलना भारी मशक्कत भरा रहा। यहां तक कि आंगनों, भवनों के छतों, छज्जों, बालकनी में से कोई स्थान ऐसा नहीं था, जो खाली हो। यह सभी लोग डोले के दर्शन के लिए जुटे रहे। महिलाओं ने श्रद्धा स्वरूप मां नंदा के डोले पर चावल व पुष्प चढ़ाए। वातावरण मां के जयकारों, भजनों व बाजे-गाजों की कर्णप्रिय धुनों से सराबोर रहा। शोभायात्रा में छोलिया नर्तकों का नृत्य ने अपनी अलग छाप छोड़ रहा था।

शोभायात्रा के मौके पर चंद वंशज करन चंद्र सिंह, केसी सिंह बाबा, युवराज नरेंद्र चंद्र सिंह, राज पुरोहित नागेश पंत, हरीश पंत, दिनेश पंत, विधायक मनोज तिवारी, नगर पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, नंदा देवी मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मनोज वर्मा, संयोजक मनोज सनवाल, मुख्य सांस्कृतिक संयोजक तारा चंद्र जोशी, मंदिर व्यवस्थापक नरेंद्र वर्मा, नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह, मीडिया प्रभारी अमरनाथ सिंह नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता किशन गुरुरानी, दिनेश गोयल, एलके पंत, जिला सहकारी बैंक के ललित लटवाल, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कांग्रेस पीतांबर पांडे, नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला, बिट्टू कर्नाटक, त्रिलोचन जोशी, कैलाश गुरुरानी, गंगा पांडे, गीता मेहरा, मीना भैसोड़ा, लीला बोरा, लता तिवारी, मेलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान, सीओ विमल प्रसाद समेत कई लोग मौजूद रहे।
शांति व्यवस्था को रही कड़ी सुरक्षा

शोभायात्रा को शांति व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए थे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीओ समेत कई एसआई, पीएसी व बड़ी संख्या में पुलिस बल व होमगार्ड के जवान शोभायात्रा के दौरान पूरे मार्ग में तैनात रहे और शोभायात्रा के साथ व्यवस्था बनाते जा रहे थे।

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