नया विवि शुरू : सोबन​ सिंह जीना विश्वविद्यालय का विधिवत शुभारंभ, कुलपति प्रो. भंडारी ने संभाला कार्यभार, कार्यालय का श्रीगणेश, भव्य स्वागत, अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा विवि—प्रो. भंडारी

अल्मोड़ा, 14 अगस्त। नवोदित सोबन​ सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा का 14 अगस्त, 2020 को विधिवत शुभारंभ हो गया। कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने विधिवत…

अल्मोड़ा, 14 अगस्त। नवोदित सोबन​ सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा का 14 अगस्त, 2020 को विधिवत शुभारंभ हो गया। कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने विधिवत कार्यभार ग्रहण करने के बाद मंत्रोच्चार के बीच कुलपति दफ्तर का उद्घाटन किया। इससे पहले कुलपति एसएसजे कैंपस पहुंचे, जहां उनका कैंपस प्रशासन के अधिकारियों, प्राध्यापकों व कर्मचारियों ने बुकें देकर स्वागत किया और शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को अपेक्षाओं पर खरा उतारने का भरसक प्रयास होगा।
लंबे प्रयासों के बाद आखिरकार सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय शुक्रवार को विधिवत अस्तित्व में आ गया। विवि के प्रथम कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह ​भंडारी यहां पहुंचे और उन्होंने कार्यभार ग्रहण करते हुए एसएसजे कैंपस के निकट ही स्थित विश्वविद्यालय के अतिथि गृह में कुलपति कार्यालय का विधिवत मंत्रोच्चार के साथ दीप प्रज्वलन व रिबन काटकर उद्घाटन किया। उनसे मिलने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। वहीं बुकें देकर स्वागत करने और शुभकामनाएं देने वालों की झड़ी लग गई। इस मौके पर कुलपति प्रो. भंडारी ने सभी लोगों का उत्सावर्धन के लिए आभार जताया और कहा कि इससे उन्हें नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने स्व. सोबन सिंह जीना को नमन करते हुए कहा कि उनके सपनों को साकार करने की दिशा कदम बढ़ाया जाएगा। उन्हें नये विश्वविद्यालय का गुरूत्तर दायित्व दिया गया है और वे विश्वविद्यालय की बेहतर व्यवस्था बनाने और अपेक्षाओं पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। प्रो. भंडारी ने कहा कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अस्तित्व में आना पहाड़ के परिप्रेक्ष्य में गौरव की बात है और यह विश्वविद्यालय नये आयाम स्थापित करेगा। जिसमें पहाड़ की आवश्यकताओं के अनुरूप दर्जनभर नये कोर्स शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एक दौर था जब शिक्षा की उपलब्धता कम थी और शिक्षा की सुविधा के लिए संघर्ष करना पड़ता था और समाज की मांग शिक्षा थी, लेकिन आज​ स्थितियां बदल चुकी हैं। सन् 2000 के बाद वैश्विक स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन आया है। आज शिक्षा मांग कर रही है कि उसमें नवीनीकरण लाकर बेहतर आयाम स्थापित किए जाएं। उद्धाटन कार्यक्रम के वक्त प्रो.भंडारी की पत्नी संजना भंडारी, कुलसचिव विपिन चंद्र जोशी, एसएसजे परिसर के निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट, डीएसडब्ल्यू प्रो. दया उप्रेती, प्रो. देव सिंह पोखरिया, प्रो. शेखर चंद्र जोशी, एनसीसी के कैप्टन डा. संजीव आर्या, प्रो. हामिद, प्रो. एके नवीन, एनसीसी के कैप्टन डीएस बिष्ट, डा. ललित जलाल, जयमित्र बिष्ट समेत तमाम लोग मौजूद थे।


स्यालीदार में बनेगा प्रशासनिक ब्लाक :— कार्यभार ग्रहण करने के बाद कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का प्रशासनिक ब्लाक बाद में स्यालीधार में चयनित भूमि में बनेगा। तब तक स्थाई रूप से पहले से मौजूद कुमाऊं विवि के आवास गृह में स्थापित रहेगा। जहां सारी व्यवस्थाएं धीरे—धीरे अस्तित्व में आ जाएंगी। कुलपति कार्यालय का पूरा ढांचा खड़ा किया जाएगा।
असमंजस में न रहें छात्र :— एक सवाल के जवाब में कुलपति प्रो. एनएस भंडारी ने कहा कि किसी भी छात्र को असंमजस में रहने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पहले से चली आ रही प्रक्रियाएं चलते रहेंगी। बाद सब व्यवस्थित कर लिया जाएगा, क्योंकि नया विश्वविद्यालय अस्तित्व में आया है और अभी नये सिरे से काम शुरू हो रहा है। इसलिए व्यवस्थाएं चौकस करने में कुछ वक्त लगना स्वावभाविक है।

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