देहरादून। रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से बनी झील के बारे में जानकारी जुटाने के लिए भेजी गई टीम झील तक पहुंच गई है।वहां से कुछ तस्वीरें भी टीम ने भेजी हैं। डीजीआरई की ताजा अपडेट के अनुसार इस कृत्रिम झील की लंबाई 350 मीटर है जबकि उसकी गहराई 60 मीटर है। यह झील 10 डिग्री के झुकाव पर टिकी हुई है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि झील टूटी तो ऋषिगंगा नदी में दो से 12 मीटर तक पानी बढ़ सकता है। टीम ने ड्रोन से भी इस झील की वीडियो बनाई है। डीजीआरई के अनुसार आज भेजे गए वैज्ञानिक कल वापस लौट आएंगे।