भीमताल : चुनाव के समय सर्वे तो किया जाता है लेकिन बिरसिंग्यां गांव को सड़क आज तक नहीं मिल पाई

भीमताल। धारी-धारी ब्लॉक के ग्राम सभा में बबियाड के तोक बिरसिंग्यां जो मुख्य सड़क से 5 किलोमीटर दूरी पर एक अनुसूचित जाति बहुमूल्य क्षेत्र है,…

भीमताल। धारी-धारी ब्लॉक के ग्राम सभा में बबियाड के तोक बिरसिंग्यां जो मुख्य सड़क से 5 किलोमीटर दूरी पर एक अनुसूचित जाति बहुमूल्य क्षेत्र है, जहां आजादी से आज तक गांव की सड़क के लिए ग्रामीण लड़ते आ रहे हैं लेकिन क्षेत्र के प्रतिनिधियों द्वारा ग्रामीणों को झूठा आश्वासन दिया जा रहा है, चुनाव के समय में प्रतिनिधियों द्वारा सड़क का सर्वे भी किया जाता है लेकिन चुनाव जीतने के बाद वैसे ही सड़क रह जाती है। सड़क न होने से जहां किसानों की पकी फसल खेतों में ही सड़ जाती है, और स्कूल दूर जंगल के रास्ते होने की वजह से यहां के बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण नहीं हो पा रही है। और गर्भवती महिलाओं को प्रसव के समय अपनी जान हथेली पर रखकर डोली से मुख्य मार्ग तक पहुंचाया जाता है, लेकिन फिर भी सरकार खामोश है।

ग्रामीणों द्वारा बार-बार सरकार से अनुरोध करते हुए अब गांव वाले थक चुके हैं जिसके लिए ग्रामीणों ने वन विभाग को 90 हेक्टेयर भूमि हस्तांतरण भी कर चुके हैं, लेकिन सरकार द्वारा वन विभाग को 53 लाख की धनराशि जमा करनी थी जो लंबा समय बीतने के बाद भी जमा नहीं हो पाई है, जिसके चलते सड़क निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है। क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता रमेश चंद्र टम्टा ने कहा कि भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने अपनी विधायक निधि से ग्रामीणों के लिए 2 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य दिया था लेकिन वन विभाग द्वारा रोक दिया गया है, शासन-प्रशासन की उपेक्षा पूर्ण रवैया से ग्रामीणों में निराश बनी हुई है वह अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं,

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कुछ महीने पहले जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा गांव में एकदिवसीय कैम्प लगाया गया था, जिसमें ग्रामीणों की एक ही मांग थी हमारी मुख्य सड़क लेकिन जिलाधिकारी ने जो हमारी सड़क जिला योजना में थी वहां से ट्रांसफर करके केंद्र सरकार में डाल दी गई है लेकिन अभी तक उसका भी कोई समाधान नहीं हुआ।

जिलाधिकारी पर ग्रामीणों की अभी भी आश बनी हुई है वह कोई अधिकारी था जो देश आजाद होने के पहली बार गांव पहुंचे और ग्रामीणों की समस्याओं का तुरंत समाधान किया, ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से अनुसूचित जाति समाज के लोगों की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए जल्द बिरसिंग्यां गांव के लिए सड़क की मांग की। ग्रामीण ने कहा कि जो चुनाव से पहले हमारी रोड बनवाएगा हम उसी पार्टी को चुनाव में साथ देंगे चाहे वह किसी भी पार्टी से हो, निर्दलीय हो या अन्य। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश चंद्र टम्टा, पूर्व प्रधान जयराम, तोताराम, प्रमोद कुमार, चंद्रप्रकाश व समस्त ग्रामवासी।

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