अल्मोड़ा: प्रधान के मकान का खतरा नहीं टाल सका लोनिवि, दो बार अर्जी लगा चुका प्रधान पति, सड़क की टूटी दीवार महीनों से जस की तस

अल्मोड़ा। बरसात के मौसम में आपदा के मद्देनजर हर तरफ एहतियात बरते जाते हैं और संबंधित विभागों को जन-धन से क्षति रोकने के लिए हर…


अल्मोड़ा। बरसात के मौसम में आपदा के मद्देनजर हर तरफ एहतियात बरते जाते हैं और संबंधित विभागों को जन-धन से क्षति रोकने के लिए हर बार सतर्क किया जाता है। मगर ऐसे उदाहरण भी हैं, जब खतरा बताने के बाद भी यथासमय उसे टालने में विभाग हीलाहवाली बरतते हैं। ऐसा ही एक मामला लमगड़ा का है। जहां से छह माह से एक व्यक्ति सड़क की टूटी दीवार से बरसात में अपने मकान को खतरा बता रहा है और सड़क की टूटी दीवार ठीक करने की गुहार लगा रहा है, लेकिन सुध लेने का नाम नहीं है। खास बात ये है कि यह प्रधान का आवास है।
अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा में कल्याणिका पब्लिक स्कूल के समीप महीनों पहले सड़क के किनारे की दीवार ढह गई थी। इसी जगह पर सड़क से नीचे स्थित सत्यूं के ग्राम प्रधान नीमा सतवाल का आवास है। महीनों बाद भी लोक निर्माण विभाग ने अपनी सड़क के इस दीवार की सुध नहीं ली। तब से यह दीवार टूटी हुई पड़ी है। मगर इससे लोनिवि को कोई असर पड़ता हो या नहीं, लेकिन प्रधान नीमा सतवाल के मकान को जरूर असर पड़ रहा है। हर बारिश में खतरे में सड़क का पानी नाला बनकर आवास में घुसता है और अब बरसात शुरू हो चुकी है। ऐसे में मकान को लगातार खतरा है। यह अनदेखी तब है कि जब प्रधान पति भगवत सिंह सतवाल बार-बार इस टूटी दिवार की याद विभाग को दिला चुके हैं। उन्होंने 23 जनवरी 2020 को लोनिवि प्रांतीय खंड अल्मोड़ा के अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन दिया और दीवार का निर्माण कर भविष्य के खतरे को टालने की गुहार लगाई। मगर कोई गौर नहीं फरमाया गया। मजबूर होकर 16 जून 2020 को उन्होंने फिर ज्ञापन सौंपा, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जब ग्राम पंचायत के प्रतिष्ठित व्यक्ति ग्राम प्रधान की अर्जी पर कोई गौर नहीं फरमाया जा रहा, तो गांव के आम नागरिक की स्थिति सोचनीय है। यह महज हठधर्मिता व अनदेखी को इंगित करती है। ग्राम प्रधान नीमा सतवाल ने संबंधित विभाग से फिर उक्त समस्या का समाधान का अनुरोध किया है, ताकि उनके मकान की हिफाजत हो सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *