नालागढ़ न्यूज : उपमंडल में दलितों पर बढ़ रहे अत्याचारों को लेकर दलित समुदाय में खासा रोष, बैठक कर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

नालागढ़। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में दलितों पर हो रहे अत्याचारों लेकर दलित समुदाय के लोगों में खासा रोष देखा जा रहा…

नालागढ़। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में दलितों पर हो रहे अत्याचारों लेकर दलित समुदाय के लोगों में खासा रोष देखा जा रहा है दलित समुदाय द्वारा नालागढ़ के रविदास मंदिर में एकत्रित होकर क्षेत्र के दलितों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर खासा रोष प्रकट किया गया। दलित समाज के लोगों ने रोष जताते हुए एसडीएम नालागढ़ को एक लिखित ज्ञापन भी सौंपा। लोगों ने एसडीएम को लिखित ज्ञापन में बताया कि नालागढ़ के तहत एक माह में दलित समुदाय से संबंधित दो परिवारों पर जानलेवा हमले हुए हैं। इन हमलों में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। दलित नेताओं द्वारा प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने की जहां मांग उठाई गई है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की भी मांग उठाई गई हैं, एसडीएम नालागढ़ महेंद्र पाल गुर्जर ने दलित समुदाय से संबंधित लोगों को जल्द कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।

आपको बता दें कि नालागढ़ के तहत बगलैहड़ पंचायत के मियांपुर गांव में एक दलित परिवार द्वारा गांव में ही कुछ लोगों द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध कटाव को लेकर सीएम हेल्पलाइन नंबर 1100 दर्ज करवाई थी। उसके बाद सीएम हेल्पलाइन की ओर से कार्रवाई उपमंडल प्रशासन तक पहुंची जब कार्रवाई करने के लिए वन विभाग एवं राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो उस दिन निशानदेही को लेकर शिकायतकर्ता को भी मौके पर बुलाया गया, लेकिन शिकायतकर्ता से जब जबरन ठेकेदारों द्वारा निशानदेही पर सिग्नेचर करवाने का प्रयास किया गया तो शिकायतकर्ता द्वारा इसका विरोध किया गया।

विरोध करने के बाद शिकायतकर्ता की कथित तौर पर जमकर दबंगों द्वारा पिटाई की गई। जब बीच बचाव करने उसकी पत्नी आई तो उसकी पत्नी के साथ भी मारपीट की गई। दूसरे मामले में पूर्व विधायक के भतीजे एवं दो दर्जन से ज्यादा लोगों द्वारा दलित समुदाय से संबंधित शेरे पंजाब ढाबा के मालिक व उसके लोगों पर डंडों व तेज हथियारों से जानलेवा हमला किया गया। दोनों ही मामलों में दलित समाज से संबंधित लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इसी के चलते दलित समुदाय के लोगों में रोष है। उनके द्वारा आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई गई है। दलित नेताओं का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं।

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