सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
यहां एक कर्मयोगी शिक्षक के प्रयासों से विद्यालय न केवल नित नए उच्च व गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक आदर्शों पर खरा उतर रहा है, बल्कि संबंधित विद्यालय ने नव प्रवेश में भी ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। लगभग सात किमी दूर से भी बच्चे यहां दाखिला लेने पहुंच रहे हैं।
यहां हम बात कर रहे हैं, अल्मोड़ा के धौलादेवी स्थित राजकीय जूनियर हाईस्कूल बागपाली की, जहां प्रधानाध्यापक योगेंद्र रावत के प्रयासों को काफी सराहना मिल रही है। बता दें कि राजकीय जूनियर हाईस्कूल बागपाली सपनों की उड़ान जैसे विभागीय प्रतियोगिताओं में कई सालों से ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान बनाते आ रहा है। यही नहीं, समय—समय पर विद्यालय द्वारा केबीसी जैसी प्रतियोगिताओं व आकर्षित गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।
जिलाधिकारियों व जिले के उच्च शिक्षाधिकारियों द्वारा भी इस विद्यालय का मूल्यांकन किया जाता रहा है। विद्यालय में इस तरह गतिविधियों से हो रहे साकारात्मक बदलाव को देखते हुए विद्यालय के बच्चों में काफी परिवर्तन देखने को मिल रहे है। इन्ही बदलावों के चलते इस बार वर्तमान शैक्षिक सत्र में बेसिक संवर्ग के अंतर्गत राजकीय जूनियर हाईस्कूल बागपाली में अभी तक ब्लॉक स्तर पर सबसे ज्यादा 19 नए प्रवेश हुए हैं। नये प्रवेश करने में भी यह विद्यालय ब्लॉक स्तर पर प्रथम है। यह भी उल्लेखनीय है कि 07 किलोमीटर दूर के भी बच्चे इस विद्यालय में अपना नाम लिखाने आ रहे हैं।
विभिन्न गतिविधियों के साथ—साथ इस बार नए प्रवेश करने में भी ब्लॉक स्तर पर विद्यालय का स्थान प्रथम आने पर एसएमसी, सामाजिक कार्यकर्ताओं व अभिभावकों ने व्यक्त करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक योगेंद्र रावत व शिक्षक स्टॉफ को शुभकामनाएं दी हैं। इधर इस उपलब्धि पर समाज सेवी गोविंद गोपाल ने कहा कि सरकारी विद्यालयों के प्रति अभिभावकों की रूचि बढ़ना एक साल का काम नहीं होता। इसके लिए अध्यापक समाज की कई वर्षों की निष्ठापरक लगन की आवश्यकता होती है। शिक्षक योगेन्द्र ने ये कर दिखाया है कि दुर्गम गांव में स्थापित विद्यालयों में नए प्रवेश को काम के माध्यम से कैसे बढ़ाया जा सकता है। वर्ष भर उनके प्रयोगवादी और सृजन के कामों से आस—पास के गांवों में विद्यालय के प्रति सम्मान बढ़ा और आस—पास के बच्चे उपनगर के चमचमाते विद्यालयों को छोड़ जूनियर हाई स्कूल बागपाली की और प्रवेश हेतु निकले।
उन्होनें कहा कि ये दुःख की बात है कि प्रशासन ने इस स्कूल को रूपांतरण के कार्यक्रम से वंचित रखा, जबकि इस विद्यालय का अच्छे कार्यों के आधार पर चयन हो गया था। रूपांतरण से वंचित किये जाने के बाद भी विद्यालय और अध्यापक ने निर्माण कार्य कर विद्यालय को आदर्श विद्यालय बनाने में कोई कसर नहीं छोडी और ब्लाक में सबसे अधिक बच्चों ने प्रवेश लेकर इस बात पर मुहर लगा दी। प्रसन्नता व्यक्त करने वालों में समाज सेवी गोविंद गोपाल, ग्राम प्रधान गीता देवी, एसएमसी अध्यक्ष महेश राम, सदस्य किशन राम, दीपा देवी, गीता देवी, सुंदर राम आदि शामिल हैं।