यहां व्यस्तम सड़क मार्ग पर इतना भयानक हादसा हुआ कि जिसने भी अपनी आंखों से यह सब देखा वह भीतर तक दहल गया। मंजर ही कुछ ऐसा था ! एक आटो पूरी तरह जमीन के सहारे पिचक गया था और उसमें चार शव बुरी तरह फंसे हुए थे।
दरअसल, यह हृदयविदारक घटना गत दिवस शनिवार को देश की राजधानी दिल्ली में आईटीओ के पास रिंग रोड में घटी है। बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह करीब 6.50 बजे आईजीआई स्टेडियम के गेट नंबर-16 के सामने रिंग रोड बाईपास के पास एक मोड़ पर यह हादसा हुआ।
मध्य जिला पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि सोनीपत से बड़े कंटेनर में चावल लेकर एक ट्रक तुगलकाबाद कंटेनर डिपो की ओर जा रहा था। रिंग रोड बाईपाई होते हुए कंटेनर ट्रक जैसे ही आईटीओ के नजदीक शार्प-टर्न पर पहुंचा, अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और चावलों से भरा कंटेनर बराबर में चल रहे सवारी ऑटो पर पलट गया। हादसे में ऑटो के परखच्चे उड़ गए। हल्का से अगला हिस्सा छोड़कर लगभग पूरा का पूरा ऑटो सड़क से सट गया।
मरने वालों में ऑटो चालक सुरेंद्र कुमार यादव (37), उसका भतीजा जय किशोर यादव (31) और दो सवारी कोमल सिंह (35) एवं कोमल का भांजा टाटा प्रकाश (14) शामिल थे। सूचना मिलने पर पुलिस, दमकल विभाग और आबदा प्रबंधन की टीम पहुंची और लगभग डेढ़ घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद ऑटो काटकर शव बाहर निकाले गये। 1हादसा इतना भयानक था कि ऑटो चालक का सिर्फ चेहरा और एक हाथ ही बाहर दिख रहे थे, जबकि अन्य मृतक सड़क पर ही कुचल चुके थे।
इस भयानक हादसे में चार हंसती—खेलते लोगों की जिंदगी छीन ली। बताया जा रहा है कि ऑटो चालक सुरेंद्र कुमार यादव बेहद हंसमुख स्वभाव का था। वह अपने अन्य साथियों से हंसी—मजाक करता हुआ काम पर निकला था और कुछ ही देर बाद उसकी मौत की खबर आ गई। ऑटो चालक का शव जब बाहर निकला तो उसे देखने करीब 150 ऑटो चालकों का हजूम वहां उमड़ पड़ा। इस दुर्घटना में सुरेंद्र का भतीजा जय किशोर यादव भी असमय काल का ग्रास बन गया। वहीं फिरोजाबाद से मामा के साथ दिल्ली घूमने आए टाटा प्रकाश और उसके मामा कोमल सिंह दोनों की मौत इस दुर्घटना में हो गई। इन लोगों को शायद दिल्ली में मौत ने ही आमंत्रित किया था।