ढ़ाई साल बीते, नहीं हुई एक भी बीडीसी बैठक, प्रशासन तक कौन पहुंचायेगा जन समस्या

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा भैंसियाछाना के जनप्रतिनिधि एक अजीब परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। मसला यह है कि जनता, जनप्रतिनिधि और प्रशासन के बीच…

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सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

भैंसियाछाना के जनप्रतिनिधि एक अजीब परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। मसला यह है कि जनता, जनप्रतिनिधि और प्रशासन के बीच सेतु का काम करने वाली सबसे बड़ी बीडीसी बैठक का आयोजन बीते ढ़ाई साल से यहां नहीं हो पाया है। स्वाभावितक ही है कि इससे जन प्रतिनिधि खासे आक्रोशित हैं।

आरोप है कि भैसियाछाना विकास खंड में पंचायत चुनावों के ढ़ाई साल बीत जाने के बाद भी आज की तारीख तक बीडीसी बैठक नहीं हुई। जिससे ग्राम प्रधान संगठन बहुत नाराज चल रहा है। संगठन के सदस्यों का कहना है कि इस बैठक के न होने के कारण जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की समस्याओं को प्रशासन तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं, जबकि नियमानुसार यह बैठक प्रत्येक तीन महीने में विकास खंड मुख्यालय में आयोजित कराई जानी चाहिए थी।

वहीं रीठागाड़ी दगडिय़ों संघर्ष समिति के अध्यक्ष का कहना है 2019 में पंचायत चुनाव हुए, लेकिन आज तक क्षेत्र में बीडीसी की बैठक आयोजित नहीं कराई गई। संगठन ने पदाधिकारियों ने कहा है कि बीडीसी बैठक होती तो ग्राम प्रधान व क्षेत्रीय पंचायत सदस्यों को अपनी ग्राम पंचायत की समस्यायों के लिए एक मंच मिल जाता। संगठन के सदस्यों ने कहा है कि चुनावों के बाद एक बार इस बैठक का आयोजन तय हुआ था, लेकिन तब ब्लॉक प्रमुख की पारिवारिक समस्या के चलते बैठक को रद्द करना पड़ा था। जिसके बाद कोरोना संक्रमण के चलते यह बैठक नहीं हो पाई। अब स्थिति सामान्य होने के बाद भी बीडीसी बैठक का आयोजन नहीं कराया जा रहा है। जिस कारण जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्रों की विभिन्न समस्याओं को प्रशासन तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं।

इधर विकास खंड में भैंसियाछाना में क्षेत्र पंचायत की बैठक आयोजित कराने की मांग को लेकर बुधवार को जनप्रतिनिधियों का एक शिष्टमंडल रीठागाड़ी दगडिय़ो संघर्ष समिति के बैनर तले विकास खंड के अधिकारियों से मिले और शीघ्र बैठक आयोजित कराने की मांग की। शिष्टमंडल में ग्राम प्रधान संगठन के उपाध्यक्ष दीवान मेहता, गीता चम्याल, महेश बोरा, दीवान बिष्ट, हेमा देवी आदि मौजूद रहे। हालांकि इस संबध में खंड विकास अधिकारी कृपाल सिंह का कहना है कि पंचायत चुनावों के बाद पहली बार बैठक का आयोजन की तिथि निर्धारित की गई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से वह स्थगित करनी पड़ी। बाद में कोरोना के कारण यह बैठक संभव नहीं हो सकी। बैठक की तिथि जिला स्तर से तय की जाती है। जैसे ही तिथि तय होगी बैठक का आयोजन कराया जाएगा।

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