घरों में घुसे दो विशाल सर्प, यहां ‘वाइपर’ तो वहां ‘धामन’ सांप, पढ़िये पूरी डिटेल

Russell Viper and Dhaman Snake were rescued सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा बरसात के दिनों में जरा सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि इन दिनों सबसे अधिक…

Russell Viper and Dhaman Snake were rescued

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

बरसात के दिनों में जरा सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि इन दिनों सबसे अधिक सर्प अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं। वन विभाग ने नगर क्षेत्र में घरों में घुस आये दो सांपों को पकड़ा है। जिसमें से एक विष रहित ‘धामन’ (रैट स्नेक) तो दूसरा खतरनाक ‘वाइपर’ प्रजाति का है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आज पांडेखोला में पपेन्द्र पंत के आवास में एक सांप घुस आया, जिसकी सूचना उन्होंने सर्वप्रथम लक्ष्मेश्वर वार्ड के सभासद अमित साह ‘मोनू’ को दी। सभासद द्वारा वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम को मामले से अवगत कराया गया। जिसके बाद वन क्षेत्राधिकारी द्वारा तुरंत वन विभाग की टीम को पांडेखोला भेजा गया। जहां पर वन दरोगा भुवन टम्टा ने सर्प को सुरक्षित पकड़ लिया। इसमें सभासद अमित साह ‘मोनू’ ने भी विशेष सहयोग दिया। सांप को रेस्क्यू करने के बाद उसके प्राकृतिक आवास जंगल में छोड़ दिया गया।

सांप को पकड़ने वालों में वन दरोगा भुवन टम्टा, वन बीट अधिकारी किरण तिवारी, मोहन कड़ाकोटी, अनुज साह, धीरज तिवारी आदि शामिल रहे। इधर इससे पूर्व गत दिवस यहां अफसर कॉलोनी में वन महकमे के एक अधिकारी के आवासीय परिसर में सर्प दाखिल हो गया। जिसके बाद परिजनों व पास—पड़ोस में रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। वन दरोगा भुवन लाल टम्टा ने बताया कि इस सर्प का भी सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। पांडेखोला में पकड़ा गया सर्प छह फीट का वाइपर स्नेक है, जबकि गत दिवस पकड़ा गया सर्प धामन है और इसकी लंबाई करीब 5 फीट नापी गई।

जानिये इन सर्पों का परिचय

Indian rat snake यानी धामिन सांप —

इंडियन रैट स्नेक को देश में धामिन, धामन अथवा धामण सांप के नाम से जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम वैज्ञानिक नाम ‘टयास म्यूकोसस’ है। यह सर्प पहाड़ी इलाकों में भी यह बहुताय पाये जाते हैं। यह सर्प मध्यम से लेकर बहुत बड़े आकार के हो सकते हैं। धामन सांपों का मुख्य आहार चूहा, मेंढक, चिड़िया आदि छोटे जीव हैं। प्रसन्नता की बात यह है कि यह सर्प विर्षला नहीं होता। इसके काटे जाने से किसी इंसान की मौत नहीं हो सकती। यह अलग बात है कि इस सर्प द्वारा काटे जाने से भी कई लोग सिर्फ भय से प्राण त्याग देते हैं। हकीकत तो यह है कि यह इतना शर्मिला सांप है कि किसी इंसान को देखते ही इधर—उधर छुप जाया करता है। शत्रुओं की बात करें तो इस सर्प की जान के दुश्मनों में सबसे पहले नंबर पर इंसान हैं, जो इससे डर कर और इसे खतरनाक समझ अकसर मार दिया करते हैं। दूसरे नंबर पर इसका दुश्मन किंग कोबरा है, जो इसे अपना भोजन बना लिया करते हैं।

बहुत जहरीला होता है रसेल वाइपर Russell’s viper

रसेल वाइपर की गिनती दुनियां के सर्वाधिक जहरीले सर्पों में होती है और यह बहुत फुर्तीला भी होता है। इसके पास हीमोटॉक्सिन विष होता है, जो खून को जमा देते में सक्षम है। जब यह काटता है तो पूरे शरीर में जहर का प्रवेश करा देते हैं। इसके द्वारा काटे जाने पर यदि समय पर उपचार नहीं मिले तो कुछ ही समय में इंसान की मौत हो जाती है। यह सांप भारत, श्रीलंका, बंगलादेश, भारत, नेपाल आदि में बड़ी संख्या में पाये जाते हैं।

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