UPSC Result : सिविल सेवा परीक्षा में चमके उत्तराखंड के सितारे, हरिद्वार की सदफ चौधरी को 23वीं, रुद्रपुर की वरुणा को 38वीं और नैनीताल की शैलजा पांडे को 61वीं रैंक

हल्द्वानी। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में उत्तराखंड के युवाओं ने परचम लहराया है। हरिद्वार भगवानपुर की सदफ चौधरी ने परीक्षा में…

हल्द्वानी। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में उत्तराखंड के युवाओं ने परचम लहराया है। हरिद्वार भगवानपुर की सदफ चौधरी ने परीक्षा में 23वीं रैंक हासिल की है। ऊधम सिंह नगर की वरुणा अग्रवाल ने परीक्षा में 38वीं रैंक हासिल की है। वहीं नैनीताल की शैलजा पांडे ने 61वीं, हरिद्वार के उत्कर्ष तोमर ने 172वीं, रामनगर के देवांश पांडे ने 201वीं, बागेश्वर के कांडा तहसील के सिद्धार्थ धपोला ने 293वीं और रानीखेत के जनौली गांव निवासी तुषार मेहरा ने 306वीं रैंक हासिल की है। जसपुर के मोहल्ला चमन बाग कॉलोनी निवासी अर्पित चौहान ने 297वीं रैंक हासिल की है। खबरें वही जो समय पर मिले, तो जुड़िये हमारे WhatsApp Group से Click Now

सदफ चौधरी

हरिद्वार की बेटी ने बढ़ाया मान, 23वीं रैंक लाकर लहराया परचम
हरिद्वार जिले की भगवानपुर तहसील के मोहितपुर गांव निवासी सदफ चौधरी ने ऑल इंडिया में यूपीएससी की परीक्षा में 23 वी रैंक हासिल कर सफलता का परचम लहराया है। जिसके बाद परिवार में खुशी का माहौल है। वहीं सदफ चौधरी का कहना है कि, उसने अपने घर पर ही पढ़ाई कर दो साल की कड़ी महेनत के बाद ये मुकाम हासिल किया है।

उन्होंने दिल्ली में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की। सदफ के पिता मोहम्मद इसरार ने उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में क्‍लर्क की नौकरी से अपने करियर की शुरूआत की थी। वर्तमान में वह सहारनपुर जिले के नागल में उत्तरप्रदेश ग्रामीण बैंक में शाखा प्रबंधक के पद पर तैनात हैं। वह ज्यादातर अमरोहा जिले की तहसील जोया में रहे और वहीं पर अपने तीनों बच्चों की पढ़ाई लिखाई कराई। सदफ की एक छोटी बहन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस का कोर्स कर रही हैं। वहीं छोटे भाई जेएनयू में पढ़ाई कर रहे हैं।

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आईएएस सदफ चौधरी ने बताया कि, ये मुकाम उनको माता-पिता के आशीर्वाद से मिला है। सदफ इस कामयाबी का श्रेय अपने माता पिता को देतीं है। सदफ ने बताया कि, ये मुकाम उसने कड़ी मेहनत कर हासिल किया है। एनआईसी जालंधर से बीटेक करने के बाद घर पर ही उन्होंने कड़ी मेहनत की और ये मुकाम हासिल किया। फिलहाल सदफ चौधरी के घर मुबारकबाद देने वालो का तांता लगा हुआ है।

वरुणा अग्रवाल

रुद्रपुर की वरुणा ने हासिल की यूपीएससी में ऑल इंडिया स्तर पर 38वीं रैंक
ऊधम सिंह नगर जिले की बेटी वरुणा ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 38वीं रैंक हासिल आईएएस बनीं और प्रदेश का नाम रोशन किया है।

रुद्रपुर की वरुणा ने देश में 38वीं रैंक हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। वरुणा की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ है। वरुणा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों को दिया है। वरुणा बारह साल तक प्रदेश राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे प्रमुख उद्योगपति व समाजसेवी पीडी अग्रवाल की भतीजी हैं।

25 वर्षीय वरुणा अग्रवाल रुद्रपुर की कल्याणी व्यू कॉलोनी निवासी ने साबित कर दिया कि मेहनत से बड़ा से बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है। उन्होंने सिविल सर्विसेज परिणाम में ऑल इंडिया स्तर पर 38वीं रैंक हासिल की है। बता दें कि पिता सुबोध अग्रवाल और भाई राहुल अग्रवाल चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उनकी माता साधना अग्रवाल गृहिणी हैं। वरुणा ने प्रारंभिक शिक्षा शहर के जेसीज पब्लिक स्कूल से प्राप्त की।

वरुणा ने इस मौके पर बताया की उनके दादा बनवारी लाल अग्रवाल ने सबसे पहले उन्हें आईएएस बनने के लिए प्रोत्साहित किया। साल 2018-19 में सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट पुणे से कानून की डिग्री लेने के बाद वह यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली में कोचिंग ज्वाइन की। इस मुकाम को हासिल करने के लिए वह दो साल से लगातार मेहनत कर रही थी।

वरुणा ने बताया कि वह हर दिन आठ से दस घंटे पढ़ाई करती रही। परीक्षा के दिनों में 12 घंटे पढ़ाई की है। सिविल सर्विसेज परीक्षा के लिए कोई भी पूरी तैयार नहीं कर पाता है। इसलिए योजना के साथ पढ़ाई करनी होती है। परीक्षा की तैयार में स्मार्ट वर्क सबसे जरूरी होता है। जिसके लिए उन्होंने जमकर अभ्यास किया। उन्होंने कहा वह शिक्षा और समाज के कमजोर तबके के बच्चों के लिए काम करना चाहती है। वरुणा की इस सफलता पर शहरभर में खुशी का माहौल है। खबरें वही जो समय पर मिले, तो जुड़िये हमारे WhatsApp Group से Click Now

शैलजा पांडे

नैनीताल की शैलजा पांडे ने किया शहर का नाम रौशन, 61वीं रैंक लाकर बनीं आईएएस
हल्द्वानी। नैनीताल की शैलजा पांडे संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 61वीं रैंक लाकर आईएएस बन गई है, उन्होंने इस वर्ष यूपीएससी की परीक्षा में 61वीं रैंक लाकर साबित कर दिया कि मेहनत और लगन के बलबूते सबकुछ पाया जा सकता है।

शैलजा के इस सपने को पूरा करने में उनके माता-पिता का पूरा सहयोग रहा। शैलजा पांडे के पिता ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता दीप चंद्र पांडे और माता शोभा पांडे नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में डॉक्टर हैं। मूल रूप से मझेड़ा (प्रेमपुर) गरमपानी, नैनीताल निवासी शैलजा का परिवार वर्तमान में लोअर डांडा कंपाउंड जू रोड नैनीताल में रहता है।

शैलजा पांडे ने नैनीताल के सेंट मेरी स्कूल से 12 तक पढ़ाई की है, इसके बाद उन्होंने एनआईटी मध्यप्रदेश से बीटेक किया। शैलजा का सपना था कि वो आईएएस बनें उन्होंने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए दिन रात एक कर दिया। शैलजा के इस सपने को पूरा करने में उनके माता-पिता ने भी पूरा सहयोग किया।

शैलजा ने दिल्ली और हल्द्वानी से कोचिंग की साल 2019 में उन्होंने आईएएस की परीक्षा दी थी जिसमें उनकी रैंक 266 आई थी लेकिन शैलजा संतुष्ट नहीं हुई उन्होंने इस वर्ष एक बार फिर परीक्षा दी जिसमें उन्हें 61वीं रैंक मिली। शैलजा वर्तमान में इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस (आईएएएस) में अहमदाबाद में ट्रेनिंग ले रही हैं। कुछ ही दिनों में उनकी जॉइनिंग भी है।

देवांश पांडे

रामनगर के देवांश ने किया क्षेत्र का नाम रोशन, यूपीएससी में 201वीं रैंक लाकर बने आईएएस
रामनगर के कानिया निवासी देवांश पांडे ने यूपीएससी में 201वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। देवांश पांडे के पिता गोविंद बल्लभ पांडे हाईकोर्ट में अधिकारी हैं। देवांश ने द्वितीय प्रयास में यह परीक्षा उत्तीर्ण की है। देवांश ने प्रारम्भिक शिक्षा नैनीताल से ली। जिसके बाद पंतनगर से बीटेक किया। देवांश के परीक्षा पास करने पर क्षेत्र के लोग उन्हें बधाईयां दे रहे है। आपको बता दे कि देवांश ने यूपीएससी की ये परीक्षा बगेर किसी कोचिंग के की है।

तुषार मेहरा

अल्मोड़ा रानीखेत के तुषार मेहरा ने पहले ही प्रयास में पाई सफलता
अल्मोड़ा के रानीखेत के जनौली गांव निवासी तुषार मेहरा ने पहले ही प्रयास में महज 23 वर्ष में ही परीक्षा पास कर ली। तुषार का परिवार अभी न्यू आवास विकास हल्द्वानी में रह रहा है। तुषार ने आर्मी स्कूल रानीखेत से इंटर करने के बाद आइआइटी रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। उनके पिता गोविंद सिंह मेहरा प्रवक्ता पद से रिटायर्ड हैं। मां शोभा मेहरा गृहणी हैं। तुषार ने अपनी सफलता का श्रेय बहन चेतना को दिया है। चेतना नेट, जेआरएफ निकालने के बाद कुमाऊं विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही हैं। रैंक को लेकर असंतुष्ट तुषार ने कहा कि वह फिर से यूपीएससी की तैयारी करेंगे।

सिद्धार्थ धपोला

बागेश्वर कांडा के सिद्धार्थ धपोला ने पास की यूपीएससी की परीक्षा
कांडा/बागेश्वर। कांडा के भदौरा गांव के सिद्धार्थ धपोला ने लगातार तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। सिद्धार्थ इस समय हैदराबाद में आईपीएस का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस बार उनकी रैंकिंग गिरी है। सिद्धार्थ के परिजनों के अनुसार सिद्धार्थ आईपीएस का प्रशिक्षण पूरा करेंगे। धपोला की उपलब्धि से उनका गांव और समूचा क्षेत्र गौरवान्वित महसूस कर रहा है। खबरें वही जो समय पर मिले, तो जुड़िये हमारे WhatsApp Group से Click Now

शुक्रवार को जारी यूपीएससी की परीक्षा में आईटीबीपी में इंस्पेक्टर के पद तैनात भदौरा गांव के विपिन चंद्र धपोला और मुन्नी धपोला के पुत्र सिद्धार्थ धपोला ने यूपीएससी परीक्षा में 294वीं रैंकिंग हासिल की है। सिद्धार्थ ने पिछली बार 163वीं ऑल इंडिया रैंकिंग से यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। उनका चयन आईपीएस के लिए हुआ है। उससे पहले सिद्धार्थ ने 255वीं रैंकिंग के साथ यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। तब उनका चयन आईआरएस के लिए हुआ था।

लगातार तीन बार यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर सिद्धार्थ ने अपनी बौद्धिक क्षमता का परिचय दिया है, जिससे भदौरा गांव और संपूर्ण इलाका गौरवान्वित महसूस कर रहा है। सिद्धार्थ के पिता ने बताया कि सिद्धार्थ आईपीएस की ट्रेनिंग पूरी कर पुलिस में ही करियर बनाएंगे।

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