सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी
बाजार से घर लौट रहे सरपंच पर घात लगाये बैठे एक गुलदार ने हमला कर दिया। शोर मचाने व अन्य ग्रामीणों के मदद के लिए पहुंच जाने पर गुलदार मौके से जंगल की ओर भाग गया और सरपंच की जान बाल—बाल बच गई। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। नागरिकों ने वन विभाग को चेतावनी दी है कि यदि गुलदार को जल्द पकड़ा नहीं गया तो जिला मुख्यालय में आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा।
ग्राम सरना निवासी सरपंच नवीन चंद्र तिवारी ने बताया कि गत दिवस जब शाम के समय वह दुकान बंद कर अपने सरना स्थित निवास को लौट रहे थे तभी घात लगाये बैठे गुलदार ने राजकीय इंटर कालेज रैंगल के पास उन पर हमला कर दिया, लेकिन वह उनको छू नहीं पाया। जब सरपंच ने हल्ला मचाया तो आस—पास मौजूद लोग दौड़ कर आ गये। सभी ने मिलकर जब हल्ला किया तो गुलदार वहां से जंगल की ओर भाग गया। इसके बाद सरपंच बदहवास हालत में अपने घर पहुंचे।
उन्होंने बताया कि सरना गांव में गुलदार के आतंक से ग्रामीण बहुत परेशान हैं। यहां तक कि बच्चों का स्कूल जाना तक कठिन हो गया है। शाम ढलते ही गुलदार के गुर्राने की आवाजें सुनाई पड़ती हैं। इस बारे में कई बार प्रशासन व वन विभाग को अवगत कराया गया है। इसके बावजूद आज की तारीख तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। नवीन तिवारी ने चेतावनी दी कि यदि विभाग ने जल्द कार्रवाई करते हुए गुलदार के आंतक से मुक्ति नहीं दिलाई तो वह ग्रामीणों को साथ लेकर जिला मुख्यालय में धरना—प्रदर्शन शुरू कर देंगे।