उत्तराखंड : यहां खेत में रोता मिला नवजात बच्चा, इस समिति ने किया नामकरण

काशीपुर। यहां मां की ममता को कलंकित और इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक खेत में तालाब के किनारे लावारिस…


काशीपुर। यहां मां की ममता को कलंकित और इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक खेत में तालाब के किनारे लावारिस हालत में नवजात पड़ा मिला। इस ठंड में एक निर्दयी मां को ममता का जरा भी ख्याल नहीं आया और खेत में अपने नवजात बालक को छोड़ कर चली गयी। नवजात की रोने की आवाज जब आसपास के लोगों को सुनाई दी तो लोगों ने पास जाकर देखा तो खेत में नवजात पड़ा हुआ था। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां अब वह सुरक्षित और स्वस्थ है।

जानकारी के अनुसार मंगलवार को काशीपुर के ग्राम ढकिया गुलाबो गांव के हरिचंद्र, बबलू व प्रमोद ने गांव के उत्तर में स्थित तालाब के पास खेतों में नवजात के रोने की आवाज सुनी। तो उन्होंने देखा कि एक कपड़े में नवजात लिपटा है। खबर फैलते ही गांव की महिलाएं व तमाम लोग वहां जमा हो गए। घनश्याम सैनी ने बताया कि जिस वक्त बच्चा उन्हें मिला ऐसा लग रहा था कि वह लगभग एक घंटे पहले जन्मा होगा। बच्चे की नाल भी नहीं कटी थी।

ग्रामीणों ने टांडा पुलिस चौकी को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस नवजात को एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल ले आई। नर्सों ने उसकी नाल काटी। बच्चा स्वस्थ है। पुलिस अब उसकी मां की तलाश कर रही है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पीके सिन्हा ने बताया कि नवजात को नर्सरी वार्ड में भर्ती कराया गया है, जहां नर्सें उसकी देखभाल कर रहीं हैं।

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वहीं लावारिस बच्चे की मिलने की सूचना मिलते ही जिला बाल कल्याण समिति उधम सिंह नगर के सदस्य अमित श्रीवास्तव एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय पहुंचे जहां पर उन्होंने बच्चे के स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी लेते हुए बच्चे बच्चे का नामकरण किया गया है। जानकारी देते हुए अमित श्रीवास्तव ने बताया कि इस बच्चे को 3 दिन तक राजकीय चिकित्सालय में ही रखा जाएगा। उसके बाद बच्चे के स्वस्थ होने के बाद बच्चे को जिला बाल कल्याण अल्मोड़ा या फिर शिशु ग्रह देहरादून बाल कल्याण में भेज दिया जाएगा।

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उन्होंने बताया कि बच्चे का नाम उनके द्वारा रख दिया गया है। बच्चा आज से प्रियांश नाम से पहचाना जाएगा जिसकी फॉर्मेलिटी उनके द्वारा कर दी गई है। उन्होंने बताया कि 1 सप्ताह तक बच्चे के जैविक माता-पिता की पुलिस के द्वारा तलाश की जाएगी उसके उपरांत बच्चे से संबंधित अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

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