भारत में मुल्तानी मिट्टी का उपयोग त्वचा और बालों की कई समस्याओं के इलाज में किया जाता है। यह उम्र बढ़ने, और पिगमेंटेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है और त्वचा को भी साफ करता है।

पिगमेंटेशन : त्वचा पर इसका ठंडा प्रभाव डार्क सर्कल्स, दोष, पिगमेंटेशन, झुर्रियां और सन डैमेज को दूर करने में मदद करता है। यह सूजन के कारण होने वाली जलन को भी शांत करती है।

मुंहासे : मुल्तानी मिट्टी पसीना, डेड स्किन सेल्स को हटाकर मुंहासों का इलाज करती है। यह ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को खत्म करती है और ऑयली स्किन में भी सुधार करती है।

एक एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करती है : यह एक प्रभावी रोगाणुरोधी है, जिसका उपयोग घावों को संक्रमित होने से बचाने के लिए किया जाता है।

स्पॉट ट्रीटमेंट : इसके तेल सोखने वाले गुणों के कारण इसका इस्तेमाल स्पॉट ट्रीटमेंट के लिए किया जा सकता है। मुल्तानी मिट्टी और पानी का पेस्ट बनाकर पिंपल्स पर लगाने से वे सूख जाते हैं।

त्वचा को चमकदार बनाती है : यह स्किन से डेड स्किन को हटाकर त्वचा की रंगत को एक समान बनाने में सहायता करती है और चेहरे पर चमक लाती है।

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