CNE REPORTER, ALMORA
उत्तराखंड के पर्वतीय जनपदों में लगातार बढ़ रहे हिंसक वन्य जीवों का आतंक थमने का नाम नही ले रहा है। जहां गुलदार पालतू मवेशियों व इंसानों की जान ले रहे हैं वहीं जंगली सूअरों के हमले की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही है। इंसानों व वन्य जीवों के बीच लगातार चल रहे इस संघर्ष के बीच जनता का शासन-प्रशासन व संबंधित विभाग से विश्वास ही उठने लगा है। जिसकी बानगी आज अल्मोड़ा के भैसियाछाना ब्लाॅक में देखने में आई। जहां एक जंगली सूअर ने पहले एक महिला पर अचानक हमला बोल उसकी जान ले ली। जिसके बाद मौके पर मौजूद एक ग्रामीण ने कुल्हाड़ी से हमलावर सूअर को मौत के घाट उतार दिया। यह घटना भैसियाछाना ब्लाॅक के नैनी बाराकोट में घटी हैं। घटना के बाद प्रशासन के अधिकारी, जनप्रतिनिधि व स्थानीय नागरिकों का क्षेत्र में बड़ी संख्या में पहुंच चुके हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार
सरस्वती देवी उम्र 62 साल, पत्नी नारायण राम निवासी नैनी देवल आज अपने घर से कुछ दूरी पर पालतू मवेशी चराने गयी थी। इसी बीच घात लगाये बैठे एक जंगली सूअर ने उन पर हमला बोल दिया। इसमें महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस बीच वहां मौजूद एक ग्रामीण रामनाथ गोस्वामी अपनी कुल्हाड़ी लेकर महिला की मदद को दौड़ आया और आक्रमक हुए सूअर से भिड़ गया। आत्मरक्षा के लिए रामनाथ ने अपनी कुल्हाड़ी से वार कर सूअर को वहीं मौत के घाट उतार दिया। जिससे यह आक्रमक सूअर अन्य लोगों पर हमला नही कर पाया। सूचना मिलने के बाद मौके पर क्षेत्रीय विधायक रघुनाथ सिंह चौहान पहुंचे और उन्होंने घटना पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए मृतका के परिजनों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया। इस बीच ग्रामीणों में काफी रोष देखने को मिला। लोगों का कहना था कि आए दिन जंगली सूअर इंसानों पर हमला कर रहे हैं, लेकिन संबंधित विभाग मौन साधे हुए है। उन्होंने शासन, प्रशासन व विभाग से उन्हें हिंसक वन्य जीवों के हमलों से बचाने की अपील की। यहां यह बता दें कि जंगली सूअर के हमले के बाद मृत महिला की कई फोटो सीएनई के पास पहुंची है, लेकिन तस्वीरें इतनी विभत्स हैं कि हम उसे प्रकाशित कर पाने में असमर्थ हैं।