कोरोना से जंग : नाक में डाले जायेंगे सिर्फ 04 बूंद जिंदगी के, नेजल वैक्सीन और स्प्रे पर काम शुरू, पढ़िये पूरी ख़बर…..

सीएनई रिपोर्टर दिल्ली। भारत सहित पूरे विश्व में कोरोना के खिलाफ जंग जारी है और इस घातक वायरस को मारने वाले हथियारों के रूप में…

सीएनई रिपोर्टर

दिल्ली। भारत सहित पूरे विश्व में कोरोना के खिलाफ जंग जारी है और इस घातक वायरस को मारने वाले हथियारों के रूप में हमारे सामने वर्तमान में सिर्फ तीन किस्म के टीके ही हैं।
जिनमें कोवैक्सीन, कोवीशिल्ड और स्पूतनिक वी शामिल हैं। इन तीन में से भी पहले दो का ही अधिकांश इस्तेमाल हो रहा है। किंतु लेटस्ट न्यूज यही है कि कोरोना से लड़ने का एक नया हथियार तैयार हो रहा है, जिसे डिंगल डोज Nasal Corona Vaccine के नाम से जाना जायेगा। यानी यह वैक्सीन आपके कंधे के करीब बांह में नही, बल्कि नाक में डाली जायेगी। यही नही अब तो वैक्सीन के झंझटों से मुक्त होते हुए नेजल स्प्रे बनाने पर भी काम शुरू हो चुका है।

Corona update : आज 6306 मरीजों ने जीती कोरोना से जंग, 2146 नए संक्रमित

आपको बता दें कि नाक से दी जाने वाली वैक्सीन पर दुनिया भर के कई देशों में काम शुरू हो गया है। जिनमें भारत सहित 05 देश शमिल हैं। यानी इन देशों में इस वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल चल रहे हैं। नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल के अनुसार इस साल के अंत तक नाक से दी जाने वाली वैक्सीन की 10 करोड़ डोज आने की उम्मीद है।

वहीं सिर्फ विदेशों में ही नही, बल्कि भारत में भी नेजल वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। यह प्रयोग कोरोना की ‘कोवैक्सीन’ की निर्माता कंपनी भारत बायोटेक कररही है। कंपनी ने वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन की मदद से नाक का टीका विकसित कर लिया है। इस खास किस्म की वैक्सीन पर प्रयोग वर्तमान में हैदराबाद स्थित कंपनी में चल रहा है।

Uttarakhand : पूर्व प्रेमिका के पति को मौत के घाट उतार महीनों बाद ड्यूटी ज्वाइन करने आ पहुंचा सिरफिरा, पीछा करते आ पहुंची पुलिस, फिर खुला यह राज….

बताया जा रहा है कि इस नेजल स्प्रे की सिर्फ 4 बूंदों काफी होगी। नाक के दोनों छेदों में दो-दो बूंदें डाली जाएंगी। ट्रायल पीरियड में अभी तक 175 लोगों को नेजल वैक्सीन दी गई है। इन लोगों को तीन ग्रुप में बांटा गया है। पहले और दूसरे ग्रुप में 70 वॉलंटियर रखे गए हैं और तीसरे में 35 वॉलंटियर रखे गए हैं। इस ट्रायल के नतीजे फिलहाल आये नही हैं। अतएव इस बारे में कंपनी ने अधिक खुलासा भी नही किया है।

इधर भारत में ‘कोविडशील्ड’ को बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भी अमेरिकी कंपनी Codagenix के साथ मिलकर इंट्रानेजल वैक्सीन ‘कोवी—वैक’ पर काम कर रही है। यह सिंगल डोज वाली वाली कोरोना रोधी वैक्सीन होगी। यहां भी वर्तमान में सिर्फ क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है।

वहीं अमेरिकी कंपनी ऑल्टइम्यून, ‘एडकोविड’ नाम की नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन तैयार करने में जुटी हुई है। यहां भी वैक्सीन के पहले चरण का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है और इस साल दूसरी तीमाही तक ट्रायल के नतीजे सामने आ सकते हैं।

उधर फिनलैंड की रोकोटे लैब में भी कोरोना वायरस के विनाश के लिए इंट्रानेजल वैक्सीन (नाक से दी जाने वाली वैक्सीन) पर काम कर रही है।

कोरोना से जंग : नाक में डाले जायेंगे सिर्फ 04 बूंद जिंदगी के, नेजल वैक्सीन और स्प्रे पर काम शुरू, पढ़िये पूरी ख़बर…

कनाडा में चल रहा नेजल स्प्रे का ट्रायल
इन सबसे अलग कनाडाई कंपनी ‘सैनोटाइज’ ने नेजल स्प्रे विकसित किया है। इसके अब तक दो फेस के क्लिनिकल ट्रायल भी हो गए हैं, जो सफल बताये जा रहे हैं। मालूम चला है कि यह कपंनी भारत में अपने प्रोडेक्ट को भेजने के लिए वर्तमान में प्रयासरत है।

अलबत्ता इतना कहा जा सकता है कि वर्ष 2021 के अंतिम माह तक कोरोना वायरस के खात्मे ​के लिए बेहद शक्तिशाली हथियार के रूप में देश में कई तरह की वैक्सीन और सप्रे होंगी। तब शायद वैक्सीनेशन के लिए लंबा इंतजार करने और निर्धारित केंद्रों में घंटों इंतजार करने की जरूरत नही पड़े।

उत्तराखंड : पुलिस टीम पर टूट पड़ी उपद्रवियों की भीड़, अतिक्रमण हटाने आये पुलिस बल व तहसील प्रशासन पर भारी पथराव, कई पुलिस कर्मी घायल, भारी फोर्स तैनात

Uttarakhand : पुलिस के हत्थे चढ़ा Ib का फर्जी JCO, विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी

बीबी-बच्चों के सामने विधायक के फोन पर अश्लीलता का नंगा नाच, महिला की हरकत से हुए शर्मसार! पढ़िये पूरी ख़बर….

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *