Microsoft Silent Room
Silent Room

✒️ आज तक कोई 01 घंटे से ज्यादा टिक नहीं पाया

CNE SPECIAL/अकसर महानगरों या शोर-शराबे के बीच रहने वाले लेाग शांति की तलाश में रहते हैं। कई लोग तो सिर्फ शांति पाने के लिए लाखों रूपये खर्च कर महंगे टूर पर पहाड़ी, जंगली इलाकों या फिर हिमालयी क्षेत्र में भी चले जाया करते हैं, लेकिन क्या हो कि यदि सच में आपको कुछ देर दुनिया के सबसे शांत जगह पर छोड़ दिया जाये। जी हां, हम यह बात दावे के साथ कह सकते हैं कि ऐसी जगह पर कुछ ही देरी में आपका मन घबराने लगेगा और आप वहां से भाग खड़े होंगे। यहां हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे शांत कमरे की। दावा है कि कोई भी इंसान यहां 01 घंटे से ज्यादा रूक नहीं पाता है। बहुत से लोग तो सिर्फ एक मिनट में ही भाग खड़े होते हैं।

World's Quietest Room - Microsoft Silent Room

विश्व का सबसे शांत कमरा

दरअसल आज की तारीख में भी बहुत कम लोगों को पता है कि विश्व में एक मानव निर्मित ऐसा कमरा है, जहां आने के बाद कोई भी इंसान अपने को सहज महसूस नहीं कर पाता। यह कमरा इतना शांत है और यहां इतनी ज्यादा खामोशी है कि आप अपनी सांसों से लेकर दिल धड़कने व शरीर की नस-नाडियों में बहने वाले रक्त की ध्वनि तक सुन सकते हैं। निश्चित तौर पर जहां इतनी ज्यादा शांति हो, वहां अच्छे से अच्छे बहादुर इंसान की रूह भी कुछ देर के लिए कांप ही जायेगी। बता दें कि यह वह कमरा है, जिसे माइक्रोसॉफ्ट ने साल 2015 में किसी खास उद्देश्य से बनाया गया। यह कमरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड में भी शामिल है। यह शांत रूम वाशिंगटन के रेडमंड में मौजूद है। इसे माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के Anechoic chamber के रूप में भी जाना जाता है। अंग्रेजी में Anechoic का अर्थ ऐसी जगह से है, जहां किसी भी तरह की को आवाज या प्रतिध्‍वनि तक नहीं होती है।

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The world's quietest room is located at Microsoft's headquarters in Washington state

कुछ ऐसी है इस कमरे की बनावट

यह कमरा किसी चैंबर की तरह दिखता है। रूम को इस तरह बनाया है कि इसके अंदर किसी भी तरह की आवाज तो दूर इलैक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक तरंग भी नहीं आ पाती है। अमेरिकी अखबार न्‍यूयॉर्क पोस्‍ट का दावा है कि आज की तारीख तक कोई भी इंसान इस कमरे में 01 घंटे से अधिक नहीं रूक पाया है। इस अद्भुत कमरे की दीवारों, फर्श और छत को फाइबर ग्लास से बनाया गया है। रूम की लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई ठीक 21-21 फीट हैं। यहां कंपन रोकने के लिए 68 स्प्रिंग भी भीतर से लगाये गये हैं। इसे इमारत से अलग रखने के कमरे को अलग फाउंडेशन स्लैब पर बनाया गया है। फर्श स्टील केबल से बना है। यह वही स्टील हैं, जिसका प्रयोग फाइटर जेट्स की आवाज को रोकने के लिए होता आया है। इधर माइक्रोसॉफ्ट के इंजीनियर हुंद्राज गोपाल के अनुसार इस कमरे को हेडफोन और माउस बटन की आवाज को टैस्ट करने के लिए बनाया गया था। यहां इन उपकरणों के आज भी परीक्षण होते हैं, जिससे निर्माण तकनीक को विकसित किया जाता है।

कमरे में आते ही घबराने लगता है दिल

इस विश्व के सबसे शांत कमरे में जैसे ही कोई दाखिल होता है तो आधे मिनट में ही उसमें घबराहट के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। कमरे में लोगों को ऐसा लगता है कि उनका शरीर ही उनसे बातें कर रहा है। लोगों का कहना है कि उन्हें स्वयं की हृदयगति सुनाई देने लगती है। कई लोगों ने बतया कि शरीर की नसों में ब्‍लड फ्लो और अपनी ही हड्डियों के चटकने की आवाज भी वह साफ तौर पर सुनने लगते हैं। इस मामले में विशेषज्ञों का कहना है कि यह कमरा इस तरह से बना कि बाहर से आने वाली एक आवाज भी नहीं सुनाई देती है। यहां इतनी शांति होती है कि यदि कोई व्यकि अपनी गर्दन घुमायेगा तो उसे वह आवाज भी सुनाई देगी। उसे स्वयं की सांस चलने की आवाज भी सुनाई देती है। ऐसी स्थिति में एक घबराहट इसलिए उत्पन्न होती है कि हमें इतनी शांति में रहने की आदत बचपन से ही नहीं है।

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