CNE REPORTER/ यूएई (UAE) में आयोजित एशिया मिक्स्ड टीम बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत ने पहली दफा कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा है। भारत ने कवार्टर फाइनल में सशक्त मलेशिया को हराया था।
उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन संघ के सचिव बीएस मनकोटी ने बताया कि सेमी फाइनल में भारत को काफी नजदीकी मुकाबले में चीन से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। इस ऐतिहासिक पदक प्राप्त करने में अल्मोड़ा, उत्तराखंड के खिलाड़ी लक्ष्य सेन का महत्वपूर्ण योगदान रहा। साथ ही इस ऐतिहासिक सफलता में उनके पिता व कोच डीके सेन का भारतीय टीम के कोच के रूप में होना एक सुखद संयोग रहा है।
लक्ष्य सेन का कहना है कि कांस्य पदक जीतकर भारतीय बैडमिंटन टीम गदगद हैं, लेकिन दुर्भाग्वश नजदीकी मुकाबले में फाइनल में नहीं पहुचने से पूरी टीम के मन में टीस रही है। कोच डीके सेन का कहना है कि पहली बार भारतीय टीम के पदक जीतकर इतिहास रचने वाली टीम का कोच के रूप में हिस्सा होने पर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।
ज्ञात रहे कि इससे पूर्व डीजे सेन विजेता भारतीय थॉमस कप टीम के भी कोच रहे हैं। भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन पर उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन संघ की अध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक समेत समस्त उत्तराखंड बैडमिंटन परिवार, खिलाड़ियों व खेल प्रेमिओं ने लक्ष्य व कोच डीके सेन समेत पूरी टीम को शुभकामना दी है।
भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन पर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, जिला बैडमिंटन संघ अल्मोड़ा के अध्यक्ष प्रशांत जोशी, उपाध्यक्ष प्रशासनिक गोकुल सिंह मेहता, उपाध्यक्ष राकेश जायसवाल, सचिव डॉ० संतोष बिष्ट, सह सचिव संजय नज्जौन, कोषाध्यक्ष नंदन रावत, समन्वयक विजय प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी डीके जोशी, लेख परीक्षक सुरेश कर्नाटक, सलाहकार जगनमोहन सिंह फर्त्याल, शेखर लखचोरा, हेम पाण्डेय, राजू तिवारी, जग्गू वर्मा, डॉक्टर दुर्गापाल, जिला खेल अधिकारी व कोच अरुण बंग्याल आदि ने लक्ष्य सेन व उनके कोच व पिता डीके सेन समेत पूरी भारतीय टीम को बधाई दी है।