अल्मोड़ाः चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम ने किया जागरूक, बाल श्रम पर मछोड़ में चला जागरूकता अभियान

अल्मोड़ा। विश्व बाल श्रम निषेद दिवस के उपलक्ष्य में चाइल्ड हेल्प लाइन के सब सेंटर सल्ट की ओर से सन्ट ब्लाक के मछोड़ क्षेत्र में…

अल्मोड़ा। विश्व बाल श्रम निषेद दिवस के उपलक्ष्य में चाइल्ड हेल्प लाइन के सब सेंटर सल्ट की ओर से सन्ट ब्लाक के मछोड़ क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए जन जागरूकता अभियान चलाया। जिसके जरिये क्षेत्र के लोगों को बाल श्रम और कोविड-19 से बचाव के प्रति जागरूक किया। इस अभियान की औपचारिक शुरूआत मछोड़ की प्रधान कमला देवी ने की। इस दौरान अभियान में शामिल लोग हाथों में प्रेरक स्लोगन लिखी तख्तियां लिये हुए थे।
अभियान के दौरान चाइल्ड हेल्पलाइन के सब सेंटर सल्ट के सदस्यों ने जानकारी दी कि 14 साल से कम उम्र के बच्चों से आजीविका के लिए काम लिया जाना चाइल्ड लेबर एक्ट 1986 के तहत कानूनी अपराध है और दोषी पाए जाने पर सजा का प्रावधान है। इसमें दोषी पाए जाने पर दो साल की जेल व 50 हजार रूपये तक का जुर्माना है। यह भी प्रावधान है कि 16 साल तक की उम्र के बच्चों को जोखिम भरे कार्यों में नहीं लगाया जा सकता है। टीम ने एक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विश्व में 172 मिलियन बच्चे बाल मजदूरी कर रहे हैं और भारत में बाल मजदूरों की संख्या ज्यादा है। लोगों से बाल मजदूरी को लेकर जागरूक रहने का आह्वान किया गया। टीम ने समझाया कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से आजीविका के लिए काम कराना बाल श्रम है। बालश्रम देश व समाज के लिए अभिशाप है। सदस्यों ने बताया कि कहीं भी ऐसा मामला पाए जाने पर चाइल्ड हेल्प लाइन की मदद ली जा सकती है। इसकी जानकारी चाइल्ड हेल्प लाइन के नंबर 1098 पर काल की जा सकती है। ताकि बच्चों को बालश्रम से मुक्त किया जा सके। इस दौरान कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सचेत किया गया और इससे बचाव के लिए मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने तथा बार-बार हाथ धोते रहने के लिए प्रेरित किया गया। इस अभियान में सब सेंटर के सदस्यों समेत शिवानी विश्नोई, रमेश उप्रेती, बंशीधर पांडे दिवानी राम, शांति उप्रेती तथा कई स्थानीय लोगों ने साथ दिया।

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